‘बंधकों की सूची में दो फ्रांसीसी-इस्राइली नागरिक शामिल’, मैक्रों ने दी जानकारी
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इस्राइल-हमास युद्धविराम समझौते पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बताया कि समझौते के अनुसार, पहले चरण में रिहा किए जाने वाले 33 बंधकों की सूची में फ्रांसीसी-इस्राइली नागरिक ओफर काल्डेरन और ओहद याहलोमी का नाम शामिल है। फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने बताया कि वे परिवारों को मिलाने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं।
मैक्रों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, “हम यह सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास कर रहे है कि वे (बंधक) अपने परिवारों से मिल सकें। बुधवार को घोषित समझौते के तहत गाजा में बचे करीब 100 बंधकों में से 33 को इस्राइल द्वारा कैद किए गए सैकड़ों फलस्तीनियों के बदले में अगले छह हफ्तों में रिहा किया जाएगा। हालांकि, इस समझौते को अभी तक इस्राइल की सुरक्षा कैबिनेट और सरकार ने स्वीकार नहीं किया है।
बता दें कि फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों शुक्रवार को पड़ोसी राष्ट्र लेबनान की यात्रा पर थे, जहां उन्हें संकटग्रस्त देश के नवनिर्वाचित नेताओं से मिलना था। दरअसल, लेबनान 14 महीने के इस्राइल और हिजबुल्लाह युद्ध से उबरने का प्रयास कर रहा है।
इस्राइल कर रहा बंधकों की वापसी की तैयारी
इस्राइल बंधकों की वापसी की तैयारी कर रहा है। चिकित्सा कर्मचारियों ने बताया कि वे इस बात से चिंतित हैं कि लोग बहुत लंबे समय से कैद में हैं। इस्राइल के स्वास्थ्य मंत्रालय चिकित्सा निदेशक के प्रमुख डॉ. हगर मिजराही ने कहा, “हमारी मुख्य चिंता लंबे समय को लेकर है। वे बहुत ही बुरी अवस्था में होंगे। उनमें पोषण की कमी होगी और स्वच्छता की भी कमी होगी।” लगभग 100 बंधकों को गाजा के अंदर बंधक बनाकर अभी भी रखा गया है। इसमें कई विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। सेना का मानना है कि बंधकों में से कम से कम एक तिहाई की मौत हो चुकी है। युद्धविराम के पहले चरण के अनुसार, रविवार से पहले तक 33 बंधकों को रिहा करने पर सहमति बनी है। बंधकों के परिवारवाले उनकी वापसी का इंतजार कर रहे हैं। तेल अवीव स्क्वायर जिसे अब बंधक स्क्वायर के रूप में जाना जाता है। यहां कई लोग शुक्रवार को इकट्ठा हुए और नारे लगाए कि आप अकेले नहीं हैं।