भीषण ठंड और घने कोहरे की चपेट में कई राज्य, 5 जनवरी से तापमान में और गिरावट से बढ़ सकती है मुसीबत
उत्तर-पश्चिम और पूर्वी भारत भीषण ठंड और घने कोहरे की चपेट में है। जम्मू-कश्मीर से लेकर बिहार और पंजाब, हरियाणा से लेकर पूर्वी उत्तर प्रदेश तक कड़ाके की ठंड पड़ रही है। हिमाचल के कुकुमसेरी में पारा माइनस 7.5 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया जबकि पहलगाम में शून्य से 6.2 डिग्री नीचे रहा। पहाड़ों पर बर्फबारी के असर से राष्ट्रीय राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार को दिनभर शीतलहर चलती रही। दिन में धूप निकलने के बावजूद लोग ठिठुरते रहे।
दिल्ली में न्यूनतम तापमान गिरकर 8.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री अधिक लेकिन एक दिन पहले की तुलना में दो डिग्री कम है। उत्तर भारत में कोहरे के कारण यातायात, खासकर रेल संचालन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है और ज्यादातर ट्रेनें घंटों देरी से चल रही हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि पांच से 11 जनवरी के बीच रात के तापमान में और गिरावट आने का अनुमान है। इसके प्रभाव से मध्य भारत में शीतलहर की स्थिति गंभीर हो सकती है। मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र के उत्तरी हिस्से और उत्तर प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में दिन का तापमान कम होने से कोल्ड डे की स्थिति पैदा हो सकती है।
उत्तर प्रदेश के बरेली में दृश्यता सबसे कम
आईएमडी ने कहा कि बुधवार को पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश सहित उत्तर भारत के कुछ अन्य हिस्सों में मध्यम से घना कोहरा छाया रहा। मंगलवार देर शाम कोहरा छाए रहने के कारण कई इलाकों में काफी दृश्यता कम रही। उत्तर प्रदेश के बरेली में दृश्यता सबसे कम 25 दर्ज की गई। आईएमडी ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान, पूर्वी राजस्थान से सटे पश्चिम मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश के मध्य भागों, दक्षिण असम और त्रिपुरा में मध्यम से घना कोहरा छाया हुआ है।
कश्मीर के अधिकांश जिलों में पारा शून्य से नीचे
जम्मू-कश्मीर में डल झील समेत सभी जल स्रोत जम गए हैं। पहाड़ों की ऊंची चोटियों पर भारी बर्फबारी से कश्मीर घाटी भीषण ठंड की चपेट में है। जम्मू-कश्मीर में कोहरे के कारण लगातार रेल और हवाई सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। मंगलवार को भी जम्मू पहुंचने वाली कई ट्रेनें और उड़ानें देरी से पहुंचीं। मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर के अनुसार 4 और 5 जनवरी को प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश-बर्फबारी हो सकती है। 8 जनवरी को भी मौसम का मिजाज बदला रहेगा।
हिमाचल के मैदानी जिलों में कोहरे का यलो अलर्ट
हिमाचल प्रदेश के मैदानी जिलों ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा सहित मंडी, सोलन, सिरमौर में छह जनवरी तक घना कोहरा छाए रहने का येलो अलर्ट जारी हुआ है। आठ जनवरी को मध्य और उच्च पर्वतीय जिलों शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू और चंबा के कई क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी के आसार हैं।
पंजाब-हरियाणा व राजस्थान में लुढ़का रात का तापमान….
पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में भी सर्दी का सितम जारी है। रात का तापमान लुढ़कने से पंजाब के बठिंडा में न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि पटियाला में न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री रहा। अमृतसर में 8.3 डिग्री सेल्सियस, लुधियाना में आठ डिग्री और फरीदकोट में 8.2 डिग्री न्यूनतम तापमान रहा।
2023 भारत का दूसरा सबसे गर्म साल
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि भारत के लिए बीता साल 2023 अब तक का दूसरा सबसे गर्म साल रहा। साथ ही विभाग ने पूर्वानुमान जताया है कि जनवरी के महीने में देश के अधिकांश हिस्सों में कड़ाके की सर्दी पड़ सकती है। आईएमडी के अनुसार भारत में वार्षिक औसत भूमि सतह वायु तापमान 1981 से 2010 की अवधि के लिए लंबे समय के औसत से 0.65 डिग्री सेल्सियस अधिक है, जो 2016 में दर्ज 0.71 डिग्री सेल्सियस से थोड़ा कम है। यह माप दुनिया भर के कई संकेतकों से मेल खाता है। जैसे समुद्र की सतह का तापमान, जिससे पता चलता है कि 2023 अब तक के सबसे गर्म साल में से एक था। इसकी मुख्य वजह अलनीनो का प्रभाव था। 2016 का सबसे गर्म वर्ष भी अलनीनो वर्ष था।
आईएमडी के अनुसार जनवरी से मार्च के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब और हिमाचल में सामान्य बारिश होने और जनवरी में कड़ाके की सर्दी पड़ने का पूर्वानुमान है।
सामान्य से अधिक बारिश…
जनवरी के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू- कश्मीर, लद्दाख और उत्तराखंड में मासिक बारिश सामान्य से अधिक होने का अनुमान है। यहां लंबे समय के औसत (एलपीए) का 122 फीसदी बारिश होने की संभावना है। जनवरी के दौरान मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों में शीतलहर वाले दिनों के सामान्य से कम होने की संभावना है।