वायकॉम18 और डिज्नी के विलय को मंजूरी, सरकार ने स्टार इंडिया को दिया लाइसेंस

सरकार ने अरबपति मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज की मीडिया इकाई वायकॉम18 के गैर-न्यूज और समसामयिक विषयों के टीवी चैनल का लाइसेंस स्टार इंडिया को स्थानांतरित करने की मंजूरी दे दी है। रिलायंस इंडस्ट्रीज और टीवी18 ब्रॉडकास्ट द्वारा की गई विनियामक फाइलिंग के अनुसार, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 27 सितंबर को इस स्थानांतरण की मंजूरी दी। सरकार के आदेश में कहा गया है कि यह विलय भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग द्वारा निर्धारित शर्तों के अधीन होगा। वायकॉम18 एक होल्डिंग कंपनी है जो रिलायंस इंडस्ट्रीज और बोधि ट्री सिस्टम्स के मीडिया और मनोरंजन व्यवसाय का स्वामित्व रखती है। अब, दोनों पक्ष विलय के अंतिम चरण में हैं, भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) के निर्देशों के अनुसार व्यवसाय में कुछ समायोजन किए जा रहे हैं।

30 अगस्त को एनसीएलटी ने दी सौदे को मंजूरी
30 अगस्त को, एनसीएलटी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के मीडिया और मनोरंजन परिसंपत्तियों वाली वायकॉम18 और डिजिटल 18 मीडिया के स्टार इंडिया के साथ विलय को मंजूरी दे दी थी। इस विलय के तहत वायाकॉम 18 और जियो सिनेमा के मीडिया संचालन उपक्रम को डिजिटल 18 में स्थानांतरित करने का प्रस्ताव है। डिजिटल 18 वायकॉम18 की सहायक कंपनी है। इसके बाद डिजिटल 18 से वी18 को अलग करके उसे स्टार इंडिया में शामिल किया जाएगा। इस विलय से देश का सबसे बड़ा मीडिया साम्राज्य बनेगा, जिसकी कीमत 70 हजार करोड़ रुपये से अधिक होगी।

संयुक्त इकाई में रिलायंस की हिस्सेदारी 63 प्रतिशत होगी
वायाकॉम18, रिलायंस समूह का हिस्सा है, और एसआईपीएल पूरी तरह से द वॉल्ट डिज़नी कंपनी के स्वामित्व में है। ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स में निगमित कंपनी एसटीपीएल का स्वामित्व अप्रत्यक्ष रूप से वॉल्ट डिज्नी के पास है। हालांकि, सीसीआई ने दोनों पक्षों द्वारा किए गए मूल सौदे में स्वैच्छिक संशोधनों का खुलासा नहीं किया। इस सौदे के तहत, मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस और उसके सहयोगी संयुक्त इकाई में 63.16 प्रतिशत हिस्सेदारी रखेंगे, जिसमें दो स्ट्रीमिंग सेवाएं और 120 टेलीविजन चैनल होंगे।

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