नेतन्याहू ने स्वीकारा कि हमास हमले को रोकने में हुई चूक
गाजा में पिछले 24 घंटे में इजराइल के हवाई हमलों में बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हमले में एक प्रमुख न्यूज चैनल के पत्रकार वेल अल-दहदौह और उनकी बेटी की भी मौत हो गई। फिलिस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने हमले में कम-से-कम 25 लोगों की मौत का दावा किया है।
गाजा में इजराइली सेना की बमबारी लगातार जारी है। हमले की चपेट में एक न्यूज चैनल का पत्रकार भी आ गया। इस परिवार ने इजराइल की चेतावनी के बाद मध्य गाजा स्थित सुनीरत शिविर में शरण ली थी। इजराइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू की सभी नागरिकों को दक्षिण गाजा की ओर जाने की चेतावनी दी थी और उसी रात पड़ोस में हुई बमबारी से भयभीत होकर पत्रकार ने अपने परिवार के साथ नुसीरत शिविर में शरण ले रखी थी। बुधवार रात इस शिविर को इजराइली सेना ने निशाना बनाया।
7 अक्तूबर को इजराइल पर फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के हमले के बाद शुरू हुए संघर्ष में गाजा में अब तक 6,546 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। वहीं, इजराइल में 1,400 से अधिक लोग मारे गए।उधर, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पहली बार स्वीकार किया है कि उन्हें 7 अक्टूबर के हमास के हमले को रोकने में हुई सुरक्षा चूक के लिए जवाब देना होगा। एक टेलीविजन संबोधन में उन्होंने कहा कि सुरक्षा चूक की जांच की जाएगी और सभी जिम्मेदारों को जवाब देना होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के तौर पर वे देश का भविष्य सुरक्षित करने के लिए जिम्मेदार हैं।