वक्फ भूमि बताकर किसानों को भेजे गए नोटिस होंगे वापस, सीएम सिद्धारमैया ने जारी किए निर्देश
बंगलूरू: कर्नाटक में मुस्लिम किसानों की जमीन को वक्फ संपत्ति बताकर भेजे गए नोटिस वापस लिए जाएंगे। इस मु्द्दे पर भाजपा के हमले के बाद कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने सभी अधिकारियों को नोटिस तुरंत वापस लेने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अफसरों से यह भी कहा कि किसी भी किसान को दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने का आह्वान किया। साथ ही अधिकारियों को मामले को गंभीरता से हल करने के निर्देश दिए।
कर्नाटक में मुस्लिम किसानों की जमीन को वक्फ बोर्ड की संपत्ति बताकर नोटिस भेजे गए थे। राज्य के विजयपुरा, कलबुर्गी, बीदर और शिवमोग्गा के किसानों ने जमीन को नोटिस मिलने की शिकायत की थी। नोटिस में उनकी जमीन को वक्फ बोर्ड की संपत्ति बताया गया। इसे लेकर भाजपा ने सिद्धारमैया सरकार को घेरा था।
पीएम मोदी पर किया हमला
चुनावी गारंटी पूरी करने में कांग्रेस की आलोचना करने पर सीएम सिद्धारमैया ने पीएम मोदी पर हमला बोला है। सिद्धारमैया ने एक्स पर पोस्ट किया कि कांग्रेस पर आरोप लगाने से पहले कर्नाटक में भाजपा की विनाशकारी विरासत की जांच कराएं। हम अपने लोगों से किए गए हर वादे को पूरा कर रहे हैं। सभी पांच गारंटियों को 52,000 करोड़ रुपये से अधिक के बजट के साथ लागू किया गया है। भाजपा ने राज्य को 40 प्रतिशत कमीशन भ्रष्टाचार में फंसा दिया है, जिससे संसाधन खत्म हो रहे हैं। इनसे जीवन में सुधार हो सकता था।
कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे ने कहा कि मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री को सही जानकारी नहीं है और वे वित्त मंत्री से जानकारी नहीं लेते और अपनी सोशल मीडिया टीम से जानकारी लेते हैं। मुझे लगता है कि वे भूल गए हैं कि राष्ट्रीय सांख्यिकी अनुमान में कर्नाटक की विकास दर 4 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया था जिसे संशोधित कर 13.1 प्रतिशत कर दिया गया। गारंटी देने और भयंकर सूखे से गुजरने के बावजू, हम तेजी से विकास करने में सफल रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कांग्रेस पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि विपक्षी पार्टी जनता के सामने ‘बुरी तरह बेनकाब’ हो गई है, क्योंकि वह लोगों से ऐसे वादे करती है, जिन्हें वह खुद जानती है कि पूरा नहीं कर पाएगी।