अब प्रदेश की हर विधानसभा का होगा अपना खुद का पर्यटक स्थल, पहली योजना लखनऊ में हुई स्वीकृत
सरकार की महत्वाकांक्षी ‘मुख्यमंत्री पर्यटन विकास सहभागिता योजना’ के तहत प्रदेश की सभी विधानसभाओं में पर्यटन स्थल बनाए जाएंगे। इसके सापेक्ष पर्यटन विभाग में अब तक 68 प्रस्ताव आ चुके हैं। पहली योजना स्वीकृत हो गई है। लखनऊ के अलीगंज स्थित हनुमान जी के मंदिर का मुख्यद्वार बनाया जाएगा। इसमें 191 लाख रुपये खर्च होंगे। इस योजना के अलावा अन्य पर कार्रवाई चल रही है। संभावना है कि जल्द ही इन्हें भी स्वीकृति मिल जाएगी।
लखनऊ के अलीगंज में स्थित हनुमान मंदिर आस्था का केंद्र है। दर्शन-पूजन के लिए दूर-दूर से बड़ी संख्या में लोग आते हैं। यहां पर्यटकों का भी आना-जाना रहता है। अलीगंज श्री महावीर जी ट्रस्ट की ओर से यहां मुख्यमंत्री पर्यटन विकास सहभागिता योजना के तहत मुख्यद्वार बनाने के लिए प्रस्ताव आया था। इसे स्वीकृति मिल गई है। इसमें कुल 191.51 लाख रुपये खर्च होंगे। इसमें 50 प्रतिशत राज्य सरकार और 50 प्रतिशत मंदिर ट्रस्ट की ओर से खर्च किया जाएगा।
कोई भी सक्षम व्यक्ति दे सकता है प्रस्ताव
मुख्यमंत्री पर्यटन विकास सहभागिता योजना के तहत यह जरूरी नहीं प्रस्ताव केवल जनप्रतिनिधि ही देंगे। इसके तहत सक्षम व्यक्ति अथवा संस्था व संगठन भी प्रस्तावक हो सकते हैं। शर्त है कि पूरे कार्य पर खर्च होने वाली राशि का 50 प्रतिशत सरकार और 50 प्रतिशत व्यक्ति या संस्था देगी। इसी तरह जनप्रतिनिधि की ओर से भी जो प्रस्ताव आएंगे उसमें भी सरकार 50 प्रतिशत राशि देगी और 50 प्रतिशत जनप्रतिनिधि को देने होंगे।
क्या है इस योजना का उद्देश्य
योजना के तहत प्रत्येक विधानसभा में सबसे अधिक महत्वपूर्ण स्थल का चयन या अल्पज्ञात पर्यटक स्थलों को चिन्हित कर उसे उच्चस्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना है। इसके जरिये पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी करना, साथ ही पर्यटन सेवा प्रदाताओं को आकर्षित करना है।
हमारा प्रयास लोग भ्रमण को निकलें
हमारा प्रयास है कि ज्यादा से ज्यादा लोग भ्रमण के लिए निकलें। ऐसा तब होगा जब लोगों के नजदीक पर्यटन के विकल्प रहेंगे। इसी उद्देश्य से सभी विधानसभाओं में पर्यटन स्थल बनाने की तैयारी है। इससे प्रदेश में और तेजी से पर्यटन बढ़ेगा। – जयवीर सिंह, मंत्री, पर्यटन एवं संस्कृति