होटलों से भी महंगा होगा अब होम स्टे का पंजीकरण, मनमाने तरीके से तय की फीस

शिमला:हिमाचल प्रदेश सरकार की ओर से बनाए गए होम स्टे नियम 2025 में शहरी क्षेत्रों में होम स्टे की पंजीकरण फीस होटलों से भी महंगी हो गई है। प्रदेश के नगर निगम क्षेत्रों के लिए होम स्टे रूल्स में पंजीकरण फीस 12,000 रुपये सालाना निर्धारित की गई है जबकि होटलों के पंजीकरण की फीस 3000 रुपये तीन साल के लिए तय की गई है। होम स्टे के लिए 12,000 रुपये फीस 4 से 6 कमरों के लिए तय की गई है जबकि होटल की 3000 रुपये पंजीकरण फीस 10 कमरों तक के लिए तय की गई है।
इतना ही नहीं होटलों की नवीनीकरण फीस पंजीकरण फीस की 50 फीसदी है जबकि होम स्टे के लिए नवीनीकरण फीस भी पंजीकरण फीस के बराबर ही तय की गई है। होम स्टे में पंजीकरण फीस मासिक 1000 रुपये है जबकि होटल के कमरे की मासिक फीस 83 रुपये बन रही है। हालांकि होटल के पंजीकरण के लिए सरकार की ओर से नगर निगम और शहरी विकास विभाग की रिपोर्ट, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से स्थापना/संचालन की सहमति और ड्राइंग में बाथरूम, शौचालय पार्किंग, किचन, डायनिंग एरिया, वर्षा जल संचयन प्रणाली और सौर प्रणाली की व्यवस्था अनिवार्य की गई है।
मनमाने तरीके से तय कर दी फीस : तनुजा
प्रदेश सरकार की ओर से प्रस्तावित होम स्टे रूल्स 2025 में शहरी क्षेत्रों में होम स्टे पंजीकरण का शुल्क 12000 रुपये सालाना निर्धारित किया गया है, जबकि होटलों के पंजीकरण का शुल्क तीन साल के लिए 1000 रुपये है। होम स्टे रूल्स 2025 में निर्धारित फीस मनमाने तरीके से तय कर दी गई है, सरकार को इसमें कटौती करनी होगी। हमारी एसोसिएशन इसे लेकर आपत्ति दर्ज करवाएगी।