हरतालिका तीज पर इस आसान तरीके से बनाएं मिट्टी के गौरी शंकर, बाजार जैसी लगेगी प्रतिमा
इस वर्ष 6 सितंबर को हरतालिका तीज का त्योहार है। इस पर्व पर महिलाएं और कुंवारी कन्याएं भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती हैं और निर्जला उपवास करती हैं। सुखी वैवाहिक जीवन के लिए यह व्रत और पूजा की जाती है। हरतालिका तीज पर मिट्टी के भगवान शिव और माता पार्वती की मूर्ति बनाई जाती है। कच्ची मिट्टी से तैयार गौरी शंकर की प्रतिमा की पूजा होती है और बाद में इस प्रतिमा का विसर्जन कर दिया जाता है। पूजा के लिए मूर्ति घर पर आसानी से बनाई जा सकती है। अगर आपको लगता है कि गौरी शंकर की मिट्टी की मूर्ति बनाना कठिन है तो कुछ आसान तरीके आपको बताए जा रहे हैं, जिनको अपनाकर बाजार जैसी प्रतिमाएं बना सकते हैं।
शिव-पार्वती की मूर्ति बनाने के लिए सामग्री
- मिट्टी के गोरी शंकर बनाने के लिए जरूरी सामान एकत्र कर लें। इसमें आपको मिट्टी, पानी, चौकी, आकार देने के लिए नुकीली चीज की जरूरत हो सकती है।
- मूर्ति बनाने के लिए बाजार से आपको मिट्टी उपलब्ध हो जाएगी।
- मिट्टी को गूंथने के लिए साफ पानी की आवश्यकता होती है
- एक समतल सतह वाली चौकी, जिस पर मूर्ति बनाई जाती है।
- मूर्ति को आकार देने के लिए चाकू या उस जैसी नुकीली चीज की जरूरत होती है।
- शिव गौरी की मूर्ति को मूर्त रूप देने के लिए कुछ सजावट का सामान भी चाहिए होता है, जैसे फूल, पत्ते आदि।
मिट्टी के शिव पार्वती बनाने का तरीका
- मूर्ति बनाने के लिए साफ मिट्टी को पानी मिलाकर गूंथ लें। मिट्टी नरम होनी चाहिए ताकि आसानी से मिट्टी को मूर्ति का रूप दे सकें।
- अब मिट्टी का एक बड़ा गोला बनाएं। जिसे लंबा और चौड़ा करके शिव गौरी का धड़ बना सकते हैं।
- अब चेहरे वाली गोल मिट्टी पर आंख, नाक और होंठ के आकार बनाएं।
- मिट्टी के थोड़े से हिस्से को लेकर उससे लंबाई में सांप का आकार दें, जिसे शिव के गले में घुमाकर लगा दें।
- आप चाहें तो मिट्टी से त्रिशूल, डमरू, अर्धचंद्र का आकार भी बनाकर शिव की प्रतिमा पर लगा सकते हैं।
- वहीं माता पार्वती की मूर्ति को फूल और गहनों से सजाकर पूरा स्वरूप दें।
- मूर्ति को पूरा आकार देकर मिट्टी सूखने के लिए हवादार स्थान पर रख दें।
- सूखी हुई मूर्ति को रंगना चाहते हैं तो रंग भी सकते हैं। अन्यथा उन्हें वस्त्र आदि पहनाकर श्रृंगार करें।