32 लाख रुपये की अवैध अंग्रेजी शराब के साथ एक गिरफ्तार
एसटीएफ को अन्तर्राज्यीय स्तर पर अवैध अंग्रेजी शराब की तस्करी करने वाले गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से विभिन्न ब्राण्डों की 168 पेटी (1478.58 लीटर) अवैध अंग्रेजी शराबजिसकी अनुमानित कीमत लगभग 32 लाख रुपये व तस्करी में प्रयुक्त वाहन आइसर कन्टेनर बरामद करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई है।गिरफ्तार अभियुक्त का नाम नरेंद्र पुत्र महावीर निवासी हरियाणा है।विगत काफी दिनाें से सूचना प्राप्त हो रही थी कि अन्तर्राज्यीय गिरोहों द्वारा दिल्ली, पंजाब, हरियाणा व चण्डीगढ़ सेअवैध अंग्रेजी शराब की तस्करी उत्तर प्रदेश के रास्ते बिहार, झारखण्ड व छत्तीसगढ़ प्रान्त के विभिन्न जनपदों में की जा रही है। इस सम्बन्ध मेंएसटीएफ की विभिन्न इकाईयों च टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई में लगी हुई थी।
इसी क्रम में बुधवार को एसटीएफ फील्ड इकाईप्रयागराज को सूचना मिली कि पंजाब प्रान्त से एक आइसर कन्टेनर में लदी हुई अवैध अंग्रेजी शराब प्रतिबन्धित प्रान्तों में विक्रय के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग कानपुर-प्रयागराज हाइवे केरास्ते पटना बिहार प्रान्त ले जा रहा है। इस सूचना पर टीम मौके पर पहुंचकर उक्त आइसर कन्टेनर को रोककर चेक किया गया तो कन्टेनर के अन्दर लकड़ी केबक्सों में अवैध अंग्रेजी शराब की पेटियां छिपाकर रखी गयी थी, जिन्हें मौके पर उतार कर चेक किया गया तो उक्त वाहन परलदी 168 पेटी अवैध अंग्रेजी शराब के साथ एक अभियुक्त व चालक उपरोक्त को मौके से ही गिरफ्तार किया गया।
विस्तृत पूछताछ पर गिरफ्तार अभियुक्त नरेन्द्र उपरोक्त ने बताया कि हम लोगों का अंग्रेजी शराब की तस्करी का एक सक्रिय गिरोह है, जो अपने आर्थिक एवं भौतिक लाभ के लियेविभिन्न राज्यों में खासकर जहां शराब विक्रय की पूर्णरूपेण पाबन्दी है, वहां तस्करी की शराब भेजकर भारी मुनाफा कमाते है।इस गिरोह का मुख्य सरगना मनवीर सिंह उर्फ मनु पुत्र सत्यभान सिंह हरियाणा है, जिसके द्वारा यह शराब चण्डीगढ़ से बिहार भेजी जा रही है।हम लोग अलग-अलग प्रान्तों के अलग-अलग नम्बर प्लेट लगाकर वाहन पास कर लेते है। चण्डीगढ़ के सप्लायर मनवीर सिंह उपरोक्त व बिहार केस्थानीय शराब तस्करों की आपस में दूरभाष व व्हाट्सएप पर सीधे वार्ता होती है, इसलिये उनके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है,मैं बिहार पहुंचकर मनवीर को बताता हूं तो उनके द्वारा भेजे गये बिहार के स्थानीय तस्कर आकर वाहन सहित शराब प्राप्त कर लेते है तथाशराब को अपने कब्जे में लेकर उन लोगों द्वारा खाली वाहन मुझे दे दिया जाता है। मुझे बिहार राज्य तक शराब पहुंचाने पर गैंग सरगना द्वारा 40 हजार रूपये प्रति चक्कर दिया जाता है।