इंडस्ट्री में लोगों को संभालना आना चाहिए, नहीं तो टैलेंट स्टोर रूम में पड़ा रहेगा: रिमी सेन
एक समय कॉमेडी फिल्मों में नजर आने वाली अभिनेत्री रिमी सेन इन दिनों एक कानूनी मामले के चलते सुर्खियों में हैं। रिमी सेन ठगी का शिकार हो गई हैं और ठगी भी कोई छोटी-मोटी नहीं, बल्कि चार करोड़ रुपये की हुई है। हाल ही में दिए एक साक्षात्कार में उन्होंने इस मामले और अपने करियर को लेकर खुलकर बातचीत की।
क्या है पूरा मामला?
रिमी सेन ने एक हालिया साक्षात्कार में बताया कि ठगी करने वाले शख्स ने खुद की पहचान एक अमीर व्यवसायी की बताई थी। पैसे ऐंठने का मामला साल 2020 से चल रहा था। दरअसल, उस आदमी ने रिमी के पैसों को ऊंची ब्याज दरों के साथ लौटाने का वादा किया था, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। पैसे मिलने के बजाय बहाने मिलने शुरू हो गए। रिमी के मुताबिक उसने कई टुकड़ों में चार करोड़ रुपये लिए थे और अब उसके खिलाफ एक वारंट जारी किया जाएगा।
कॉमेडी फिल्मों में काम कर-करके थक गई थीं रिमी
रिमी ने अपने करियर के बारें में बात करते हुए कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में आपको लोगों को संभालने की कला आनी चाहिए। प्रतिभा उसके बाद में आती है। ऐसा नहीं कर पाने पर कुछ नहीं हो सकता है और टैलेंट स्टोर रूम में पड़ा रहेगा। रिमी ने साफ-साफ कहा कि उन्हें बेचना और पीआर करना नहीं आता था। अपने किरदारों को लेकर रिमी ने कहा कि वो कॉमेडी फिल्मों में अभिनय कर-करके थक चुकी थीं। उन्होंने कहा कि उन फिल्मों में ज्यादा कुछ करने को नहीं होता था। केवल फर्नीचर रोल होता था। हालांकि, उन्होंने बताया कि ‘हंगामा’ और ‘जॉनी गद्दार’ ऐसी फिल्में थीं, जिनमें उन्हें लगता है कि उन्हें अच्छा रोल मिला था।
रिमी सेन की प्रमुख फिल्में
रिमी सेन ने ‘धूम’, ‘धूम 2’, ‘दीवाने हुए पागल’, ‘गरम मसाला’, ‘हैट्रिक’, ‘दे ताली’, ‘संकट सिटी’, ‘हंगामा’, ‘फिर हेरा फेरी’ और ‘गोलमाल: फन अनलिमिटेड’ समेत कई फिल्मों में काम किया है। उन्होंने साल 1996 में बंगाली फिल्म ‘दामू’ में बतौर बाल कलाकार काम किया था। साल 2002 में उन्होंने तेलुगु फिल्म ‘नी थोड़ू कवाली’ से करियर की शुरूआत की थी।