जागरुक मतदाता ही लोकतंत्र मजबूत बनाते हैं’, राष्ट्रीय मतदाता दिवस कार्यक्रम में बोलीं राष्ट्रपति

नई दिल्ली:राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को कहा कि मतदाताओं में अपने मताधिकार का प्रयोग करते समय संकीर्णता, भेदभाव और प्रलोभनों से ऊपर उठने का दृढ़ संकल्प होना चाहिए, साथ ही लोकतंत्र में विश्वास भी होना चाहिए। राष्ट्रपति ने कहा कि जागरुक मतदाता ही लोकतंत्र को मजबूत बनाते हैं। कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और एसएस संधू भी मौजूद रहे।

राष्ट्रपति ने चुनाव आयोग की तारीफ की
15वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने चुनाव प्रक्रिया को बेहतर बनाने और उसे अधिक पारदर्शी बनाने के लिए नई तकनीकों और नवीनतम सॉफ्टवेयर का उपयोग करने के लिए चुनाव आयोग की तारीफ की। राष्ट्रपति ने कहा कि ‘उन्हें विश्वास है कि भारतीय लोकतंत्र वैश्विक समुदाय के लिए उदाहरण स्थापित करना जारी रखेगा।’ राष्ट्रपति ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि हमारा लोकतंत्र न सिर्फ सबसे बड़ा है बल्कि सबसे पुराने लोकतंत्र में से एक है।

‘जागरुक मतदाता ही लोकतंत्र को मजबूत करते हैं’
राष्ट्रपति ने कहा, ‘लोकतंत्र में विश्वास रखने के अलावा मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करते समय संकीर्णता, भेदभाव और प्रलोभनों से ऊपर उठने का दृढ़ संकल्प होना चाहिए। जागरुक मतदाता ही लोकतंत्र को मजबूत बनाते हैं।’ 25 जनवरी, 1950 को भारत के गणतंत्र बनने से एक दिन पहले चुनाव आयोग की स्थापना हुई थी। मतदाताओं को अपने मताधिकार के प्रति जागरुक करने के उद्देश्य से पिछले 15 वर्षों से राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जा रहा है।

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