YSRCP समेत विपक्ष ने की चंद्रबाबू नायडू सरकार की आलोचना, घटना को लेकर जताया दुख

गुंटूर: आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में भगदड़ में छह लोगों की मौत हो गई, जबकि 40 लोग घायल हैं। इस घटना को लेकर विपक्षी नेताओं ने चंद्रबाबू नायडू की सरकार को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। पूर्व टीटीडी अध्यक्ष भूमा करुणाकर रेड्डी ने मंदिर में भगदड़ की घटना को लेकर गठबंधन सरकार की आलोचना की। उन्होंने इसे प्रशासनिक विफलता बताया। इस हादसे में जान गंवाने वालों के प्रति दुख व्यक्त किया। भूमा करुणाकर ने वैकुंठ एकादशी दर्शन के लिए उचित व्यवस्था पर सवाल उठाया।

श्रद्धालुओं को नजरअंदाज करने का लगाया आरोप
भूमा करुणाकर ने बताया कि विवादास्पद लोगों को टीटीडी का नियंत्रण दिया गया, जिससे यह एक राजनीतिक केंद्र बन गया। टीटीडी नेता ने दावा किया कि सत्तारूढ़ पार्टी ने श्रद्धालुओं को नजरअंदाज किया। उन्होंने भगवान वेंकटेश्वर के मंदिर की पवित्रता के साथ भी समझौता किया। भूमा करुणाकर ने बताया कि पिछले पांच वर्षों में ऐसी घटनाएं नहीं घटी। मौजूदा सरकार को श्रद्धालुओं की सुरक्षा को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया। टीटीडी नेता ने अधिकारियों और तिरुपति एसपी के बीच समन्वय की कमी पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि एसपी श्रद्धालुओं पर ध्यान देने की बजाय तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के कार्यकर्ता की तरह काम कर रहे थे।

भूमा करुणाकर ने भक्तों की सेवा पर राजनीतिक प्रचार को प्राथमिकता देने के लिए टीटीडी अध्यक्ष की आलोचना की। उन्होंने टीटीडी अध्यक्ष, स्थानीय एसपी और अन्य जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार को इस त्रासदी की जिम्मेदारी लेनी चाहिए और भगवान वेंकटेश्वर के भक्तों से माफी मांगनी चाहिए।

पूर्व मंत्री ने राज्य सरकार की आलोचना
पूर्व मंत्री वेलमपल्लि श्रीनिवास ने भी राज्य सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम अचानक आयोजित नहीं हुआ है और पहले ही मालूम था कि लाखों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के लिए आएंगे। इसके बावजूद सरकार ने आवश्यक व्यवस्थाओं को नजरअंदाज कर दिया, जिसके कारण भगदड़ मच गई। वेलमपल्ली श्रीनिवास ने टीटीडी अध्यक्ष पर भक्तों के कल्याण पर वीआईपी सेवाओं को प्राथमिकता देने का आरोप लगाया। उन्होंने जिम्मेदारियों के बारे में जागरूकता की कमी के लिए टीटीडी ईओ की आलोचना की। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मौजूदा प्रशासन के तहत टीटीडी एक राजनीतिक केंद्र बन गया है। इससे पहले पूर्व मंत्री ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की और घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना की।

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