सौदेबाजी का विषय नहीं’, ट्रंप के नहर पर कब्जे वाले बयान पर पनामा के राष्ट्रपति का करारा जवाब

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पनामा नहर पर नियंत्रण वापस लेने के बयान से विवाद खड़ा हो गया है। पनामा के राष्ट्रपति जोस राउल मुलिनो ने इस धारणा को अपने देश की संप्रभुता का अपमान बताते हुए इसे सिरे से खारिज कर दिया। साथ ही कहा कि पनामा कभी भी सौदेबाजी का विषय नहीं होगा।

क्या बोले थे ट्रंप?
डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को कहा था कि उनका प्रशासन पनामा नहर पर नियंत्रण हासिल करने का प्रयास कर सकता है जिसे अमेरिका ने मूर्खतापूर्ण तरीके से अपने मध्य अमेरिकी सहयोगी को सौंप दिया था। उन्होंने अपनी इस बात के पीछे तर्क दिया कि अटलांटिक और प्रशांत महासागरों को जोड़ने वाली इस अहम नहर से गुजरने के लिए जहाजों से बेवजह शुल्क वसूला जाता है।

पनामा के राष्ट्रपति ने दिया मुंह तोड़ जवाब
पनामा के राष्ट्रपति मुलिनो ने ट्रंप के बयान को खारिज कर कहा, ‘नहर और उसके आसपास का हर वर्ग मीटर पनामा का है और पनामा का ही रहेगा। पनामा के लोगों के कई मुद्दों पर अलग-अलग विचार हो सकते हैं, लेकिन जब हमारी नहर और हमारी संप्रभुता की बात आती है तो हम सभी एकजुट हैं। इसलिए नहर का नियंत्रण पनामा का है और यह कभी भी सौदेबाजी का विषय नहीं होगा।’

मुलिनों के बयान का समर्थन पूर्व राष्ट्रपतियों अर्नेस्टो पेरेज बल्लाडारेस, मार्टिन टोरिजोस और मिरेया मोस्कोसो ने भी किया। उन्होंने कहा कि हमारे देश और हमारी नहर की संप्रभुता बिकाऊ नहीं है।

पनामा नहर पर संप्रभुता का दिया हवाला
उन्होंने आगे कहा कि शुल्कों को मनमाने ढंग से निर्धारित नहीं किया जाता है। उन्होंने कहा कि पनामा ने जहाज यातायात को बढ़ाने के लिए ‘अपनी पहल पर’ वर्षों से नहर का विस्तार किया है। उन्होंने यह भी कहा कि जहाज यातायात शुल्क में वृद्धि से सुधारों के लिए भुगतान करने में मदद मिलती है।

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