दिल्ली-एनसीआर पर बढ़ रहा कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर का खतरा , सावधान हो जाए लोग

दिल्ली-एनसीआर पर कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर का खतरा बढ़ता जा रहा है। बीते छह महीने के आंकड़े इसकी गवाही दे रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कल जारी आंकड़ों में सबसे ज्यादा नए मामले सामने आए हैं।

आपको बता दें कि यह वृद्धि तब दर्ज की गई है, जब एनसीआर में आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। दिल्ली में क्रिसमस और नए साल के समारोहों पर प्रतिबंध लगाने के मद्देनजर हरियाणा और यूपी दोनों सरकारों ने शनिवार को प्रभावी नाइट कर्फ्यू का आदेश जारी दिया है। यूपी ने 20 अक्टूबर को नाइट कर्फ्यू हटा लिया था। तब से कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया था। हरियाणा में भी 9 अगस्त से रात का कर्फ्यू नहीं था।

नए प्रतिबंधों का मतलब है कि इस बार दिल्ली-एनसीआर में देर रात क्रिसमस और नए साल की पार्टियां नहीं होंग। प्रतिबंधों के कारण हॉस्पिटैलिटी उद्योग को झटका लगा है। उन्हें महामारी और उसके बाद के लॉकडाउन के बाद इस साल राहत की उम्मीद थी।

दिल्ली ने शुक्रवार को कोरोना के 180 नए मामले दर्ज किए हैं, जो 16 जून के बाद से एक दिन में सबसे अधिक हैं। गुड़गांव में, दैनिक नए संक्रमण 48 को छू गए, जो 6 जून के बाद से सबसे अधिक है। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की बात करें तो दिल्ली में कल तीन नए मामलों की भी पुष्टि हुई हैं। इसके साथ ही अब तक यहां कुल 67 मरीज हो गए हैं।

देश में कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन के अब तक 396 केस दर्ज किए जा चुके हैं। ये मामले 17 राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों में सामने आए। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में एक दिन में कोविड-19 के 6,650 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,47,72,626 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 77,516 रह गई है। 374 और संक्रमितों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,79,133 हो गई।

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