राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र के इस कस्बे को लेकर राजनीति शुरू, BJP का दावा- जगह का बदला गया था नाम
वायनाड: लोकसभा चुनाव को लेकर देशभर में सियासी हलचल जारी है। सबसे ज्यादा अगर कोई सीट सुर्खियों में है तो वो है वायनाड। वायनाड लोकसभा सीट पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नामांकन दाखिल करने के बाद से राजनीति जारी है। इसी बीच, भाजपा ने सुल्तान बत्तेरी शहर के नाम को लेकर बहस छेड़ दी है। उसका कहना है कि वायनाड लोकसभा क्षेत्र में टीपू सुल्तान से जुड़े सुल्तान बत्तेरी का नाम बदला जाना चाहिए क्योंकि दो सदी पहले मैसूर शासक के केरल के मालाबार क्षेत्र पर आक्रमण से पहले इसे गणपतिवत्तोम से जाना जाता था।
चुनावी प्रचार के दौरान उठाया मुद्दा
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने यह मुद्दा उठाया है। उनका कहना है कि सुल्तान बत्तेरी का असली नाम गणपतिवत्तोम है। इसलिए इसका नाम बदलना जरूरी है। चुनावी प्रचार के दौरान टीपू सुल्तान के मालाबार में घुसपैठ का मुद्दा उठाते हुए भाजपा नेता ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस और एलडीएफ इसे सुल्तान बत्तेरी कहना पसंद करते हैं।
भाजपा नेता ने किए यह सवाल
उन्होंने पूछा, ‘केरल में जगह का नाम किसी हमलावर के नाम पर क्यों रखा जाना चाहिए?’ उन्होंने कहा कि सच यह है कि इस जगह का नाम गणपतिवत्तोम है। सुल्तान के हमले को कितने साल बीत चुके हैं? सुल्तान कौन है? वायनाड और यहां के लोगों के संदर्भ में टीपू सुल्तान की क्या भूमिका है? यह जगह कभी गणपतिवत्तोम नाम से जानी जाती थी। लोग इस बारे में जानते हैं। कांग्रेस और एलडीएफ गठबंधन टीपू सुल्तान से जुड़े हुए हैं, जिसने केरल खासतौर पर वायनाड और मालाबर के लाखों लोगों का धर्म बदलवा दिया था।