दिल्ली में फैला प्रदूषण फेफड़ों के लिए खतरनाक, स्वस्थ रहने के लिए करें इन योगासनों का अभ्यास

हर साल दिवाली के बाद देश के कई शहरों में एक्यूआई स्तर सामान्य से बहुत खराब हो जाता है। आसमान में जलते पटाखों के कारण प्रदूषण का स्तर अचानक खतरनाक होने के चलते कई राज्यों व शहरों में पटाखे प्रतिबंधित होते हैं। देश की राजधानी दिल्ली में दिवाली से पहले ही प्रदूषण ‘अत्यंत गंभीर’ स्तर पर पहुंच चुका है। कई जगहों पर AQI 500 पार कर गया है। जहरीली हवा के कारण लोगों को स्वास्थ्य संबंधित परेशानी हो रही है।

प्रदूषण के कारण सांस संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं। इससे पहले से बीमार लोगों के साथ ही स्वस्थ लोगों की सेहत पर भी गंभीर असर हो सकता है। प्रदूषण का असर फेफड़ों पर भी होता है। फेफड़े शरीर के सभी अंगों में ऑक्सीजन के संचार को सुचारू बनाए रखने का काम करते हैं। फेफड़ों में होने वाली किसी भी तरह की समस्या जानलेवा हो सकती है। इस कारण स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को फेफड़ों को स्वस्थ बनाए रखने के उपाय करते रहने की सलाह देते हैं। योग और व्यायाम वायु मार्ग से बलगम को साफ करने में मदद करने के साथ फेफड़ों को मजबूत बनाए रखने में सहायक माने जाते हैं।

भुजंगासन
भुजंगासन को कोबरा पोज कहा जाता है। इस योग का अभ्यास फेफड़ों को स्वस्थ बनाए रखने और फेफड़ों को फैलाने में सबसे मददगार माना जाता है। वायुमार्ग को साफ करने के साथ फेफड़ों को मजबूत बनाने के लिए भुजंगासन योग का नियमित अभ्यास कर सकते हैं। मन को शांत करने और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी भुजंगासन फायदेमंद है।

धनुरासन योग
धनुरासन को बो पोज कहते हैं। फेफड़ों की सफाई के लिए धनुरासन सबसे अच्छे योगों में से एक है। इस आसन को कभी भी किया जा सकता है। फेफड़ों को मजबूत बनाने के साथ श्वसन समस्याओ को दूर करने के लिए भी धनुरासन योग का नियमित अभ्यास मदद करता है।

सुखासन योग
इस योग के अभ्यास से रक्त प्रभाव प्रोत्साहित होता है और फेफड़ों के कार्य को बढ़ावा मिलता है। सुखासन योग फेफड़ों की सेहत के लिए बेहतरीन अभ्यास माना जाता है। फेफड़ों की मांसपेशियो को मजबूत बनाने और वायुमार्ग को साफ रखने के लिए नियमित सुखासन का अभ्यास करें।

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