पाकिस्तान में सियासी विरोध का सामना कर रहे प्रधानमंत्री इमरान खान, विपक्ष के निशाने पर…

पाकिस्तान में सियासी विरोध का सामना कर रहे प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग की तैयारी लगभग पूरी हो गई है। नेशनल असेंबली के स्पीकर असद कैसर ने 25 मार्च को निचले सदन का सत्र बुलाया है। इधर, विपक्ष के नेताओं ने कैसर पर पीएम खान का साथ देने के भी आरोप लगाए हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ‘पाकिस्तान के नेशनल असेंबली के स्पीकर असद कैसर ने शुक्रवार सुबह 11 बजे संसद में निचले सदन का सत्र बुलाया है।’ इधर, विपक्षी दलों ने मतदान से पहले सभी सांसदों को नेशनल असेंबली में मौजूदगी सुनिश्चित करने के लिए कहा है। हालांकि, खान इससे पहले भी अविश्वास प्रस्ताव का सामना कर चुके हैं, लेकिन विपक्ष को भरोसा है कि वे उन्हें सरकार से बाहर कर देंगे।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, विपक्षी नेताओं का कहना है कि संसद के निचले सदन के स्पीकर कभी सदन का सत्र बुला सकते हैं और पार्टियों के सांसदों को इस्लामाबाद में रहने के निर्देश दे सकते हैं। विपक्षी दलों ने 8 मार्च को नेशनल असेंबली सेक्रेट्रिएट में अविश्वास प्रस्ताव दाखिल कर दिया था।

पाकिस्तान के विपक्ष के नेता शाहबाज शरीफ ने शनिवार को स्पीकर कैसर पर पीएम खान का साथ देने के आरोप लगाए। पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता में शरीफ ने कहा, ‘लोकतंत्र को पटरी से न उतरने दें, नहीं तो न इतिहास और न ही पाकिस्तान की जनता आपको माफ करेगी।’

खबर है कि इससे पहले विपक्षी पार्टियों ने सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) की तरफ से दिए अविश्वास प्रस्ताव को वापस लेने की पेशकश से इनकार कर दिया था। विपक्ष ने साफ कर दिया है कि अगर प्रधानमंत्री इस्तीफा देने की घोषणा कर देते हैं, तो ही प्रस्ताव वापस लिया जाएगा। आंकड़े बताते हैं कि पीटीआई के पास सहयोगी दलों के समेत 178 सदस्यों का समर्थन हासिल है।

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