ओबीसी कारीगरों से मिले राहुल गांधी, बोले- ‘हुनर की कद्र नहीं, इस वजह से असफल हो रहे हुनरमंद कारीगर’

नई दिल्ली:  कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को दावा किया कि पिछड़े वर्गों के कई कुशल कारीगर कपड़ा क्षेत्र में सफल नहीं हो पा रहे हैं और उन्होंने कहा कि वह उपेक्षा और अन्याय के इस दुष्चक्र को तोड़ने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने एक कपड़ा कारीगर की कार्यशाला में अपने दौरे का वीडियो साझा किया, जो फैशन डिजाइन क्षेत्र में अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रहा है।

राहुल गांधी ने आजमाया हाथ
इस दौरान राहुल गांधी ने कार्यशाला में कारीगरों से मुलाकात की और इस व्यापार में हाथ आजमाया। हिंदी में एक पोस्ट में उन्होंने कहा, ‘मैंने कभी किसी ओबीसी को कपड़ा डिजाइन उद्योग के शीर्ष पर नहीं देखा।’ यह बात विक्की नामक एक युवा ने कही, जिसने अपने हुनर के दम पर इस क्षेत्र में अपना कारोबार खड़ा किया है।’

हुनर की कोई कद्र नहीं है- राहुल गांधी
राहुल गांधी ने अपनी पोस्ट में लिखा, ‘उनके कारखाने में कारीगर दिन में 12 घंटे कड़ी मेहनत करते हैं और सुई-धागे से जादू बुनते हैं। लेकिन स्थिति वही है, हुनर की कोई कद्र नहीं है।’ उन्होंने कहा कि अन्य उद्योगों की तरह बहुजनों का न तो कपड़ा और फैशन क्षेत्र में प्रतिनिधित्व है, न ही शिक्षा तक पहुंच है और न ही नेटवर्क में जगह है।

मेरी लड़ाई इस दुष्चक्र को तोड़ने की है- राहुल गांधी
राहुल गांधी ने अपने पोस्ट में आगे लिखा- जब मैं विक्की (कपड़ा कारीगर) जैसे प्रतिभाशाली लोगों से मिलता हूं, तो उनके काम को सीखने की कोशिश करता हूं, ताकि दुनिया भारतीय युवाओं की असली प्रतिभा को देख सके। यह जानना चाहिए कि सक्षम और मेहनती होने के बावजूद ये युवा अभिमन्यु (महाभारत के) की तरह उपेक्षा और अन्याय के दुष्चक्र में फंसे हुए हैं। राहुल गांधी ने अपने पोस्ट में कहा, ‘मेरी लड़ाई इस दुष्चक्र को तोड़ने की है ताकि हर कुशल व्यक्ति को सिस्टम में प्रवेश करने का रास्ता मिल सके।’

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