किसी जाति, धर्म के नहीं सबके भगवान हैं रामलला, अनर्गल बयानों पर न दें ध्यान
प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर रामलला का भव्य मंदिर बनकर तैयार है। यह कोई भाजपा का मंदिर नहीं है। यह देश में रहने वाले प्रत्येक मानव का मंदिर है। रामलला को किसी जाति, धर्म संप्रदाय में नहीं बांटा जा सकता। भगवान राम सबके हैं। 500 साल की कड़ी तपस्या के बाद मंदिर का निर्माण हुआ है। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के दिन सबको मिलकर दीपावली मनानी चाहिए।
प्रयागराज पहुंचे डिप्टी सीएम ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि राम मंदिर के लिए 1949 से लड़ाई चल रही थी। भगवान राम को ताले के अंदर से निकालकर गुलामी की निशानी मिटाई गई और आज भव्य राम मंदिर बनकर तैयार है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बयान पर कहा कि उन्हें अनर्गल बयानबाजी नहीं करनी चाहिए। वह रट्टू तोता हैं। उन्हें जो भी लिखकर दिया जाता है वही बोलते हैं, उससे एक शब्द जाता नहीं बोलते। गैर भाजपा दलों के नेताओं के बयान पर कहा कि राम मुसलमानों के भी पूर्वज थे। हिंदुओं के आराध्य हैं। भगवान राम किसी मजहब, धर्म और जात के नहीं हैं।
राष्ट्रीय एकता का स्वरूप है अयोध्या का रामलला मंदिर
केशव ने कहा कि रामलला का मंदिर राष्ट्र मंदिर और राष्ट्रीय एकता का स्वरूप है। यह दुनिया का ऐसा मंदिर है जिसमें सबसे ज्यादा लोगों का सहयोग है। देश दुनिया में रहने वाले सबके लिए प्राण प्रतिष्ठा एक उत्सव है। सबको 22 जनवरी को दीपावली मनानी चाहिए। राम मंदिर के लिए सबने सहयोग किया। आर्थिक, शारिरीक, मानसिक और भावनात्मक सहयोग के साथ करोड़ो लोगों ने श्रीराम जय जय राम जय जय राम महामंत्र के माध्यम से मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया।
कुंभ के बारे में कहा कि सरकार की मंशा के अनुरूप दिव्य और भव्य कुंभ का आयोजन होगा। जिसमें प्लास्टिक का प्रयोग नहीं किया जाएगा। उन्होंने सबसे अपील किया कि सिंगल यूज प्लास्टिक के अभियान में सहयोग करें। यह देश के भविष्य और पर्यावरण के लिए भी सही है। 2019 के कुंभ में यहां की स्वच्छता से प्रभावित होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सफाई कर्मियों का पैर पखारकर उनका अभिनंदन किया था।