जापान में मुसिल्म आबादी में तेजी से बढ़ोतरी, यहाँ जानिए क्यों बढ़ रहा है सांप्रदायिक तनाव
जापान का धार्मिक परिदृश्य पिछले कुछ समय से तेजी से बदल रहा है. बीते दो दशकों के भीतर जापान में मुसिल्म आबादी में तेजी से बढ़ोतरी हुई है.
इसी के साथ देश में मस्जिदों की संख्या भी बढ़ी है. आंकड़ों के मुताबिक, साल 2000 तक जापान में मुस्लिमों की आबादी 20,000 के आसपास थी. वहीं, अब ये आबादी बढ़कर 2,00,000 से ज्यादा हो गई है. दूसरे शब्दों में कहें तो बीते दो दशक में जापान में मुसलमानों की तादाद 10 गुना हो गई है. इस सबके साथ देश में धार्मिक तनाव भी बढ़ रहा है.
जापान में पहले मस्जिद मिलना मुश्किल होता था. साल 1999 तक जापान में कुल 15 मस्जिदें थीं. वहीं, मार्च 2021 तक देश में कुल मस्जिदों की संख्या 113 पहुंच गई है. इनमें एक मस्जिद काफी चर्चा में भी रही है. दरअसल, पिछले साल ओसाका के निशिनारी वार्ड में एक कारखाने के ढांचे में मस्जिद बना दी गई. मस्जिद इस्तिकलाल ओसाका को बनाने के लिए दान दुनिया के सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाले देश इंडोनेशिया से आया था. इसके बाद जापान में धार्मिक संघर्ष शुरू हो गया. हालांकि, इससे पहले जापान में ऐसा कभी देखने को नहीं मिला था.