घाटे में आई रतन टाटा की फेवरेट कंपनी, यहीं से की थी करियर की शुरुआत
रतन टाटा ने करीब 61 साल पहले अपने करियर की शुरूआज टाटा स्टील से ही थी. इसलिए भी टाटा स्टील रतन टाटा की फेवरेट कंपनियों में से एक है और दिल के काफी करीब भी. इस कंपनी को टाटा ग्रुप की दुधारू गाय के रूप में भी जाना जाता है.
देश की बड़ी स्टील कंपनियों में से एक भी है. आज वो ही स्टील कंपनी घाटे में आ गई है. कंपनी को मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 6500 करोड़ रुपए से ज्यादा का घाटा हुआ है. जबकि पिछले साल इसी तिमाही में फायदा हुआ था. यही वजह है आज कंपनी के शेयरों में मामूली गिरावट भी देखने को मिल रही है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर कंपनी ने शेयर बाजार को किस तरह की जानकारी दी है.
टाटा स्टील को हुआ घाटा
टाटा स्टील को चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में 6,511.16 करोड़ रुपए घाटा हुआ है. कंपनी ने बुधवार को शेयर बाजारों को जानकारी देते हुए कहा कि इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 1,297.06 करोड़ रुपए का प्रॉफिट हुआ था. कंपनी की कुल आमदनी सितंबर, 2023 तिमाही में घटकर 55,910.16 करोड़ रुपए रह गई, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 60,206.78 करोड़ रुपए रही थी. कंपनी का कुल व्यय समीक्षाधीन तिमाही में 55,853.35 करोड़ रुपए रहा, जो पिछले साल सितंबर तिमाही में 57,684.09 करोड़ रुपए रहा था.
कंपनी के शेयर में गिरावट
वहीं दूसरी ओर गुरुवार को कंपनी के शेयर मामूली गिरावट देखने को मिल रही है. बीएसई के आंकड़ों के अनुसार सुबह 10 बजकर 40 मिनट में टाटा स्टील कंपनी का शेयर 0.20 फीसदी की गिरावट के साथ 116.40 रुपए पर कारोबार कर रहा है. वैसे कारोबारी सत्र के दौरान कंपनी का शेयर 114.25 रुपए के लोअर लेवल पर था, वास्तव में कंपनी का शेयर ओपन प्राइस भी यही था. वैसे कंपनी का 52 हफ्तों का हाई 134.85 रुपए है. जो 18 सितंबर को आया था. तब से कंपनी का शेयर 15 फीसदी से ज्यादा टूट गया है.
45 दिन में 15000 से ज्यादा का नुकसान
अगर 18 सितंबर को किसी निवेशक की कंपनी के शेयरों में निवेश की वैल्यू एक लाख रुपए थी, वो आज 114.25 रुपए प्रति शेयर के आने पर घटकर 85 हजार रुपए से कम रह गई होगी. इसका मतलब है कि निवेशकों को 15 हजार रुपए से ज्यादा का नुकसान हो चुका है. बीते एक साल में निवेशकों को 15 फीसदी का फायदा हुआ है. वहीं पांच साल में निवेशक को का पैसा डबल हो गया है. निवेशकों को कंपनी ने बीते 24 साल में करीब 1600 फीसदी का रिटर्न दिया है.