रिलायंस पावर और उसकी पैतृक कंपनी बकायों का निपटान करने में जुटी, जानें डिटेल्स
अनिल अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस पावर ने पिछले सप्ताह तीन बैंकों आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और डीबीएस बैंक पर बकाया कर्ज का निपटान किया। इसकी मूल कंपनी रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर जेसी फ्लावर्स एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी के 2,100 करोड़ रुपये के बकाये का निपटान करने की दिशा में काम कर रही है। मामले की जानकारी रखने वाले ने इसकी जानकारी री है। एक कमर्शियल बैंक के सीनियर एग्जीक्यूटिव के अनुसाररिलायंस पावर का लक्ष्य इस वित्त वर्ष के अंत तक कर्ज मुक्त कंपनी बनने का है। इसके बहीखाते में एकमात्र कर्ज आईडीबीआई बैंक से कार्यशील पूंजी ऋण होगा।
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर और जेसी फ्लावर एआरसी ने पिछले सात जनवरी को ऋणों को यथास्थिति में रखने से संबंधित एक समझौता किया था। स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी के अनुसार यह समझौता आज यानी 20 मार्च 2024 तक की अवधि के लिए मान्य था। रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रवक्ता के अनुसार अब इसकी अवधि 31 मार्च 2024 तक बढ़ा दी गई है।
इस समझौते के अनुसार जेसी फ्लावर एआरसी 31 मार्च तक रिलायंस के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं करेगी और कंपनी को पैसों का इंतजाम करने का समय देगी। शेयर बाजार को भेजी गई एक जानकारी के अनुसार रिलायंस पावर ने 13 मार्च को वीएफएसआई होल्डिंग्स से इक्विटी के बदले 240 करोड़ रुपये हासिल किए हैं।