‘शिक्षा पूरी नहीं कर पाने का अफसोस…’, अंग्रेजी नहीं बोल पाने को लेकर ट्रोल करने वालों को रिजवान का जवाब

पाकिस्तान की वनडे टीम के कप्तान मोहम्मद रिजवान को अक्सर अपनी अंग्रेजी बोलने के लिए आलोचना और ट्रोलिंग का शिकार होना पड़ता है। हालांकि, अब उन्होंने आलोचकों को करारा जवाब दिया है। रिजवान ने स्वीकार किया कि वह अंग्रेजी भाषा बोलने में अपनी अक्षमता से शर्मिंदा नहीं है। उन्होंने कहा कि एकमात्र चीज जिस पर वह ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, वह है क्रिकेट। रिजवान अंग्रेजी ठीक से नहीं बोल पाते हैं। इसी वजह से उनके पोस्ट और प्री-पोस्ट मैच इंटरैक्शन के कई क्लिप और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं। कई मौकों पर ट्रोल्स ने उनका मजाक उड़ाया है।
‘शिक्षा पूरी नहीं कर पाने का अफसोस’
हालांकि, अब मुल्तान सुल्तांस के कप्तान ने आलोचकों को संबोधित किया और उन्हें इसको लेकर मुंहतोड़ जवाब दिया। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जियो न्यूज से कहा, ‘मुझे अपनी शिक्षा पूरी नहीं कर पाने का अफसोस है। यही वजह है कि मुझे अंग्रेजी नहीं आती है, लेकिन मुझे इस बात की शर्म नहीं है कि पाकिस्तान का कप्तान होने के नाते मैं अंग्रेजी नहीं बोल सकता। मेरी मांग क्रिकेट खेलने की है, अंग्रेजी बोलने की नहीं। अगर पाकिस्तान अंग्रेजी चाहता तो मैं प्रोफेसर बनता, पढ़ता और लौटता। लेकिन पाकिस्तान मुझसे क्रिकेट मांगता है, अंग्रेजी नहीं।’
पाकिस्तान टीम के प्रदर्शन की हुई आलोचना
दरअसल पिछले कुछ समय से पाकिस्तान टीम का आईसीसी टूर्नामेंट्स में प्रदर्शन खराब रहा है। वनडे विश्व कप 2023, टी20 विश्व कप 2024 और चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में टीम पहले ही दौर में बाहर हो गई थी। इसके बाद टीम में अनबन को लेकर भी बातें सामने आई थीं। इससे तंग आकर कोच गैरी कर्स्टन और जेसन गिलेस्पी ने इस्तीफा दे दिया था। टीम से बाहर चल रहे पाकिस्तानी क्रिकेटर अहमद शहजाद ने तो टीम में गुटबाजी का आरोप तक लगाया था। शहजाद ने कहा था कि मोहम्मद रिजवान और बाबर आजम जैसे सीनियर खिलाड़ी जूनियर्स को धमकाते हैं और किसी को ऊपर नहीं आने देते। तभी चयनकर्ता हर टूर्नामेंट के लिए खराब प्रदर्शन के बावजूद इन्हें ही चुनते हैं।