उत्तराखंड : चुनाव ड्यूटी में रोडवेज बसें, यात्रियों को करना पड़ सकता है भारी परेशानियों का सामना
उत्तराखंड रोडवेज परिवहन निगम की बसें और नीजि वाहनों के चुनाव ड्यूटी और प्रचार में लगने से बाहरी क्षेत्रों को जाने वाले यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
सोमवार को जहां रोडवेज ने एक भी बस का संचालन नहीं किया, वहीं मंगलवार को केवल आठ बसों को मैदानी क्षेत्रों में भेजा। जिससे यात्रियों में सीट के लिए मारामारी हुई।
मंगलवार सुबह भी रोडवेज स्टेशन में सुबह से यात्रियों का पहुंचना शुरू हो गया। रोडवेज के एजीएम नरेंद्र कुमार गौतम ने बताया कि लोहाघाट डिपो की 36बस में से 23 बस चुनाव ड्यूटी में लगी हुई हैं। जिस कारण मैदानी क्षेत्रों में मानकों के अनुसार बस भेजने में परेशानियां हो रही हैं। एजीएम ने बताया कि मंगलवार को दिल्ली, देहरादून, बरेली के लिए दो-दो, नैनीताल और ऋषिकेश के लिए एक-एक बसों का संचालन किया गया। बसों के अलावा टैक्सियों के भी चुनाव ड्यूटी में जाने से लोगों को आवागमन में काफी परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं।
रोडवेज स्टेशन पर सैकड़ों यात्री सोमवार को सुबह से ही बसों की राह तांकते दिखे। बसों का अधिग्रहण चुनाव में होने के कारण यात्रियों को तमाम परेशानियों से जूझना पड़ा। हालांकि दोपहर बाद दो बसें लगाकर निगम ने यात्रियों को गंतव्य को भेजा।
कड़कती ठंड में सुबह से ही बस स्टेशन पर घंटों यात्री बस न होने से परेशान रहे। दरअसल, इन दिनों निर्वाचन डूयूटी में लगी बसों के कारण यात्रियों को आवागमन में परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। बस अड्डे पर इस दौरान यात्रियों की सैंकडों की संख्या में भीड़ नजर आई। कई लोग तिगुने पज्ञैसे खर्च करके अपने गंतव्य को रवाना हुए तो कई यात्री वहीं रुक गए।
हालांकि दोपहर बाद निगम ने दो बसों की व्यवस्था की जिसमें सभी यात्रियों को उनके गंतव्य तक रवाना कर दिया गया। यात्रियों को आए दिन हो रही परेशानी को लेकर लोगों ने रोडवेज की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। इधर, आरएम पवन मेहरा ने बताया कि अभी तक कुल 30 बसों को निर्वाचन डूयूटी पर भेजा गया है। सोमवार को यात्रियों के लिए बस की व्यवस्था कर दी गई थी।