इराक-सीरिया में अमेरिकी नेतृत्व वाले सैन्य ठिकानों पर रॉकेट दागे गए, किसी के हताहत होने की खबर नहीं
इराक और सीरिया में अमेरिका के नेतृत्व वाले सैन्य ठिकानों (बेस) पर गुरुवार और शुक्रवार को कई रॉकेट दागे गए। सुरक्षा अधिकारियों और युद्ध की निगरानी करने वाले एक समूह ने यह जानकारी दी।
सैन्य ठिकाने के बाहर गिरे रॉकेट
इस्राइल और हमास के बीच गाजा में जारी युद्ध के बीच इस तरह के हमलों में तेजी आई है। एक इराकी रक्षा सूत्र ने बताया कि चार रॉकेट अनबार प्रांत में ऐन अल-असद बेस के आसपास गिरे। एक अन्य सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि हमला एक ड्रोन और तीन रॉकेट से किया गया। ये सभी ऐन अल-असद बेस के आसपास गिरे। वहीं, एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि शुरुआती रिपोर्ट्स से पता चला है कि ड्रोन और रॉकेट बेस के बाहर गिरे। बेस को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
किसी के हताहत होने की खबर नहीं
सभी सूत्रों ने नाम न छापने की शर्त पर बात की है। दरअसल उन्हें इस मुद्दे पर मीडिया से बात करने की अनुमति नहीं है। वहीं, युद्ध में मानवाधिकारों की निगरानी करने वाले एक सीरियाई समूह के मुताबिक, पूर्वी सीरिया के दीर एजोर प्रांत में कोनोको गैस फील्ड में एक बेस के पास भी एक रॉकेट गिरा। समूह ने कहा कि इलाके में विस्फोट की आवाज सुनी गई। लेकिन किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।
हमले की किसी ने नहीं ली जिम्मेदारी
इसने आगे कहा कि रॉकेट को ईरान समर्थित सशस्त्र समूहों के नियंत्रण वाले क्षेत्रों से दागा गया। हालांकि, किसी ने भी हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। इराक में ईरान समर्थित सशस्त्र समूहों ने हाल के महीनों में अमेरिका समर्थिक सैनिकों पर इसी तरह के हमले किए हैं।
इराक-अमेरिका के अधिकारियों की बैठक
ताजा हमला ऐसे समय में किया गया है जब इस हफ्ते इराकी और अमेरिकी अधिकारियों के बीच वॉशिंगटन में बैठक हुई है। दोनों देशों के अधिकारियों ने इराक में जिहाद विरोधी गठबंधन के भविष्य को लेकर बातचीत की थी। अमेरिकी रक्षा विभाग ने बुधवार को कहा था कि दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडलों के बीच द्विपक्षी सुरक्षा संबंधों के नए चरण पर सहमति बनी। इस चरण में अधिकारियों के बीच संपर्क, प्रशिक्षण और पारंपरिक सुरक्षा सहयोग शामिल होगा।
पिछले महीने भी हुआ था ड्रोन से हमला
इससे पहले 16 जुलाई को ऐन अल-असद बेस पर दो ड्रोन से हमला किया गया था। हालांकि, इस विस्फोट में भी कोई हताहत नहीं हुआ। बगदाद के एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि यह हमला सुरक्षा बैठक से पहले इराकी सरकार का मनोबल तोड़ने के लिए किया गया था।