संसद में दर्शकों के एंट्री पास बनवाने का नियम बदला, QR कोड-बायोमेट्रिक के बगैर नहीं मिलेगा प्रवेश
संसद के शीत सत्र के दौरान हुई घटना के बाद अब संसद भवन परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से बदल गई है। संसद भवन देखने आने वाले लोगों के लिए नई व्यवस्था लागू कर दी गई है। अब दर्शकों को पहले से ज्यादा सुरक्षा घेरे से होकर गुजरना होगा। संसद में प्रवेश के लिए क्यूआर कोड अप्रूवल कराना होगी। ये प्रक्रिया तीन चरण में होगी।
जानकारी के अनुसार, अब दर्शकों को अंदर आने की इजाजत तभी दी जाएगी तब उनके पास एंट्री करवाने वाले स्मार्ट कार्ड होंगे। संसद सदस्यों के आनलाइन आवेदन मंजूर होने के बाद दर्शकों के मोबाइल पर एक क्यूआर कोड आएगा। क्यूआर कोड और आधार कार्ड दर्शकों को बायोमेट्रिक इंप्रेशन देकर फोटो खिंचवाना होगा। इसके बाद उसे स्मार्ट कार्ड दिया जाएगा। इस कार्ड को गेट पर दिखाने और बायोमेट्रिक की पुष्टि होने के बाद ही दर्शकों को अंदर प्रवेश मिलेगा।
दर्शकों को संसद भवन से लौटते समय से स्मार्ट पास जमा करवाने होंगे। अगर कोई दर्शक इन पास को जमा नहीं करता है तो उसे ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा। इसके बाद भविष्य में संसद परिसर में एंट्री नहीं होगी। सांसदों से भी कहा गया है कि, अपने विजिटर्स के पास के लिए कम से कम तीन दिन पहले आवेदन करें ताकि पुलिस वेरिफिकेशन हो सकें।
नई व्यवस्था में दर्शक दीर्घा की क्षमता के हिसाब से पास बनने के बाद तुरंत बंद कर दिया जाएगा। अब एक सांसद एक दिन में पांच दर्शकों के लिए अप्लाई कर सकते है। इसके पहले यह संख्या चार थी। सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए विजिटर्स गैलेरी के ग्रुप पास और उसी दिन के पास बंद कर दिए गए है। इससे पहले सांसदों के हस्ताक्षर किए हुए आवेदन के साथ पेपर पास जारी किए जाते थे। दर्शकों के पास के लिए सांसदों को संसद की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। सदस्य के लॉगिन क्रेडेंशियल के जरिए लॉग इन किया जा सकता है। इसके बाद गैलेरी पास पर जाकर दी हुई प्रक्रिया पूरी करना होगी। पुलिस वेरिफिकेशन के लिए तीन दिन पहले विजिटर पास के लिए भेजना होगा।