‘रूस भारत पर भरोसा कर सकता है क्योंकि…’ व्लादिमिर पुतिन ने पीएम मोदी की तारीफ में कही यह बात
भारत के 75वें गणतंत्र दिवस के मौके पर रूस की ओर से भारत को शुभकामना दी। इस मौके पर भारत में स्थित रूसी दूतावास में भव्य कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा की और भारत को ‘स्वतंत्र’ विदेश नीति का अनुसरण करने का श्रेय दिया, जो आज की दुनिया में आसान नहीं है, रूस स्थित मीडिया नेटवर्क रूस टुडे (आरटी) ने यह जानकारी दी। पुतिन गुरुवार को ‘रूसी छात्र दिवस’ के अवसर पर कैलिनिनग्राद क्षेत्र में विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा, ”भारत दुनिया में आर्थिक विकास और वृद्धि की उच्चतम दरों वाला देश है और ऐसा प्रधानमंत्री के नेतृत्व के गुणों के कारण है। उनके नेतृत्व के दौरान ही भारत इस गति से आगे बढ़ा।”
पुतिन बोले- वे आश्वस्त हैं कि नई दिल्ली उनके खिलाफ षड्यंत्र नहीं करेगा
उन्होंने आगे कहा कि “रूस भारत और उसके नेतृत्व पर भरोसा कर सकता है क्योंकि वह आश्वस्त है कि नई दिल्ली अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनके खिलाफ ‘षड्यंत्र’ नहीं करेगा”। उन्होंने कहा, “भारत एक स्वतंत्र विदेश नीति का अनुसरण कर रहा है, जो आज की दुनिया में आसान नहीं है। लेकिन, 1.5 अरब की आबादी वाले भारत को ऐसा करने का अधिकार है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में उस अधिकार को महसूस किया जा रहा है। यह सिर्फ बयान नहीं है, यह संयुक्त कार्य संयुक्त रूप से आगे बढ़ने के लिए महत्वपूर्ण है औ हमें मध्यम अवधि और दीर्घकालिक अवधि में अपने भागीदारों के कार्यों का पूर्वानुमान लगाने का अवसर देता है।”
रूसी राष्ट्रपति ने ‘मेक इन इंडिया’ पहल की भी सराहना की
रूसी राष्ट्रपति ने भारत की ‘मेक इन इंडिया’ पहल की भी सराहना की और कहा कि रूस भारत में सबसे अधिक निवेश करने वाले देशों में से एक है और आगे भी वह वहां भारी निवेश करने की उम्मीद कर रहा है। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने विकास के क्षेत्र में बड़े कदम उठाए हैं। उनके अभियान ‘मेक इन इंडिया’ को रूस सहित कई देशों ने देखा है। हम अपने भारतीय दोस्तों के साथ इन सभी योजनाओं को धरातल पर लाने की कोशिश कर रहे हैं… भारत में सबसे बड़ा विदेशी निवेश रूस से आया है। हमारी कंपनी रोसेनेफ्ट ने एक तेल रिफाइनरी का अधिग्रहण, गैस स्टेशनों का नेटवर्क, एक बंदरगाह के निर्माण और अन्य परियोजनाओं में 23 अरब डॉलर का निवेश किया है।