संत प्रेमानंद पहुंचे गिरिराज जी की परिक्रमा करने… इसलिए आधे रास्ते से लाैटे

मथुरा: संत प्रेमानंद महाराज शनिवार को गिरिराज प्रभु की सप्तकोसीय परिक्रमा लगाने पहुंचे। सुबह करीब छह बजे संत प्रेमानंद वृंदावन से छटीकरा मार्ग होते हुए राधाकुंड पहुंचे। वहां से उन्होंने गिरिराज जी की सप्तकोसीय परिक्रमा की शुरुआत की। उनके साथ सैकड़ों भक्तजन परिक्रमा करने के लिए चल पड़े।

इस दौरान उन्होंने संत गया प्रसाद की समाधि स्थल के निकट गिरिराज प्रभु की शिला का गंगाजल से अभिषेक कर पूजन किया। करीब सात किलोमीटर चलने के बाद बड़ी परिक्रमा मार्ग स्थित गांव आन्यौर के गोविंद कुंड पहुंचने पर संत प्रेमानंद को थकावट होने लगी, तो वे वहीं से गाड़ी में बैठकर वृंदावन निकल गए।

परिक्रमा के दौरान संत के पीछे-पीछे सैकड़ों की संख्या में चल रहे भक्त भी परिक्रमा लगा रहे थे। भक्त मंजीरा, ढोलक, मृदंग के बीच कीर्तन करते हुए चल रहे थे। इस दौरान परिक्रमा मार्ग राधे-राधे की गूंज से गुंजायमान हो उठा। परिक्रमा मार्ग में उनके साथ काफी पुलिसबल मौजूद रहा।

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