आयरनमैन ट्रायथलॉन के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं सैयामी, कहा- ये मानसिक शक्ति का भी परीक्षण करेगी
बॉलीवुड अभिनेत्री सैयामी खेर आयरनमैन ट्रायथलॉन रेस की तैयारी में जुटी हुई हैं। अभिनेत्री इस दौड़ में भाग में लेने के लिए पूरी तरह तैयार हैं, जो सितंबर में आयोजित की जाएगी। सैयामी इस रेस में भाग लेने वाली बॉलीवुड की पहली अभिनेत्री हैं। मगर सैयामी को इस बात की उम्मीद है कि इसमें भाग लेने वाली वो आखिरी एक्ट्रेस नहीं होगी।
आयरनमैन ट्रायथलॉन रेस को दुनिया की सबसे कठिन ट्रायथलॉन में से एक माना जाता है। इसमें स्विमिंग, साइकिल चलाना और दौड़ना एक के बाद एक कई चीजें शामिल हैं। सैयामी खेर ने इस लेकर बात करते हुए हाल कहा कि यह प्रतियोगिता न केवल उनकी शारीरिक क्षमताओं बल्कि मानसिक शक्ति का भी टेस्ट करेगी। उन्होंने कहा कि दौड़ में अभी 40 दिन बाकी हैं और वह इसे लेकर थोड़ी नरेवस हो रही हैं।
सैयामी खेर ने कहा, ‘मैं इसे लेकर बहुत उत्साहित हूं। यह कुछ ऐसा है, जो मैं वास्तव में बहुत समय से करना चाहती थी। मैं 2020 में इसका प्रयास कर रही थी, लेकिन कोविड-19 आ गया। मैंने ट्रनिंग ली थी, लेकिन दौड़ रद्द हो गई थी। इसके बाद मैं इसे करने के लिए मानसिक रूप से तैयार नहीं थी। अब, मैंने अपना दिमाग फिर से इस पर लगा दिया।’
उन्हें रेस, स्विमिंग और साइकिल चलाने में बेहतर होने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी। उन्होंने कहा, ‘मुझे तीनों में ही अच्छी तरह से ट्रेनिंग लेने की आवश्यकता है। पिछले साल जून में इटली में मेरा साइकिल चलाने में एक्सीडेंट हो गया था। इसके बाद लगभग आठ महीने तक मैंने कुछ भी नहीं किया। क्योंकि मैं मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं थी। इस साल फरवरी में मैंने रेस के लिए ट्रेनिंग ली। यह छह महीने की बहुत ही कठिन ट्रेनिंग थी। मैं सच में बहुत मेहनत कर रही हूं, क्योंकि मैं एक फिल्म की शूटिंग कर रही हूं। मैं हर दिन दो घंटे ट्रेनिंग लेती हूं। छुट्टी के दिनों में पांच-छह घंटे की ट्रेनिंग लेती हूं। मगर मैं इससे बिल्कुल भी परेशान नहीं हुई।’
अभिनेत्री ने कहा, ‘इस दौड़ के लिए आपको मानसिक रूप से बेहद मजबूत होना पड़ता है क्योंकि आपको दौड़ के दौरान संगीत सुनने की अनुमति नहीं होती है। आपको खुद के साथ आठ घंटे बिताने की जरूरत होती है। आप जब खुद के साथ इतना समय बिताते हैं तो आपके मन में कई तरह के विचार आते हैं। मेरे लिए, यह न केवल मेरी शारीरिक क्षमता, बल्कि मेरी मानसिक शक्ति का भी परीक्षण है। मैं ऐसा इसलिए कर रही हूं, ताकि मैं अपनी सीमाओं को पार कर सकूं और जब आपको लगे कि आप कुछ हासिल नहीं कर सकते हैं। तो ये छोटी-छोटी जीत हासिल कर सकूं।’