चार करोड़ व अधिक कीमत वाले मकानों की बिक्री 27 फीसदी बढ़ी, सीबीआरई की रिपोर्ट में मिली जानकारी
मजबूत मांग के कारण देश के सात प्रमुख शहरों में इस साल की पहली छमाही (जनवरी-जून) में चार करोड़ रुपये और उससे अधिक कीमत वाले लग्जरी मकानों की बिक्री सालाना आधार पर 27 फीसदी बढ़कर 8,500 इकाई पहुंच गई। जनवरी-जून, 2023 में इन शहरों में कुल 6,700 लग्जरी मकान बिके थे। रियल एस्टेट कंसल्टेंट सीबीआरई ने बृहस्पतिवार को जारी रिपोर्ट में कहा, लग्जरी मकानों की सबसे ज्यादा बिक्री तीन शहरों दिल्ली-एनसीआर, मुंबई और हैदराबाद में हुई है। कुल 8,500 बिके मकानों में इन शहरों की हिस्सेदारी करीब 84 फीसदी रही है।
बिक्री बढ़ने की प्रमुख वजह: सीबीआरई के सीईओ-चेयरमैन अंशुमान मैगजीन ने कहा, लग्जरी मकानों की बिक्री बढ़ने की प्रमुख वजह है कि लोग ऐसा घर खरीदना चाहते हैं, जो उनकी समृद्ध जीवनशैली के हिसाब से हो। इस साल के बाकी समय में आवासीय बाजार में मजबूत गति की उम्मीद है।
दिल्ली-एनसीआर में बिके सर्वाधिक मकान
जनवरी-जून में दिल्ली-एनसीआर में सर्वाधिक 3,300 लग्जरी मकान बिके। यह सालाना आधार पर 14 फीसदी ज्यादा है। मुंबई में भी बिक्री 14 फीसदी बढ़कर 2,500 इकाई पहुंच गई। हैदराबाद में बिक्री 44 फीसदी बढ़कर 1,300 इकाई पहुंच गई। चेन्नई और कोलकाता में क्रमशः 100 व 200 मकान बिके। पुणे में बिक्री 450 फीसदी की बड़ी तेजी के साथ 1,100 इकाई पहुंच गई। बंगलूरू में बिक्री शून्य रही।
रियल एस्टेट: अप्रैल-जून में 1.56 अरब डॉलर के सौदे
रियल एस्टेट क्षेत्र में अप्रैल-जून, 2024 में 1.56 अरब डॉलर के 19 सौदे हुए। यह आंकड़ा पिछली तिमाही (जनवरी-मार्च) के 20 करोड़ डॉलर से आठ गुना अधिक है। ग्रांट थॉर्नटन ने रिपोर्ट में कहा, इस साल की दूसरी तिमाही में भारतीय रियल्टी बाजार ने जोरदार गतिविधियां दिखाई है। इस तेजी में चार बड़े मूल्य के सौदों की बड़ी भूमिका है।
इस अवधि में निजी इक्विटी सौदों का मूल्य 8.5 गुना होकर 143.9 करोड़ डॉलर पहुंच गया, जो पिछली तिमाही में 16.8 करोड़ डॉलर था।
टियर-2 शहरों में 94% तक बढ़े मकानों के दाम
मकानों की ऊंची मांग की वजह से चार वर्षों में शीर्ष-30 टियर-2 शहरों में मकानों के दाम 94 फीसदी तक बढ़े हैं। डाटा विश्लेषक कंपनी प्रॉपइक्विटी ने 2023-24 के परियोजनाओं के औसत पेशकश मूल्य की तुलना 2019-20 की दरों से की है।
24 मझोले बाजारों में कीमतें दोहरे अंकों में बढ़ी है। इनमें शीर्ष-10 बाजारों में दाम 54 से 94 फीसदी तक बढ़े हैं। 6 शहरों में मूल्य वृद्धि इकाई अंक में रही।