पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर जनरथ बस से उठा धुंआ, मचा हड़कम्प
लखनऊ। शुक्रवार मध्य रात्रि के पार तकरीबन साढ़े तीन बजे तड़के का समय…, पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर कहीं सड़क के एक ओर से कुछ धुंए का गुबार जैसा उड़ता दिखा। पीछे आजमगढ़ से लखनऊ को जा रही यूपी रोडवेज की जनरल बस सेवा के चालक ने कुछ संदेह होने पर जब गाड़ी रोकी तो वहां का मंजर काफी हैरान करने वाला दिखा। बलिया डिपो की जनरथ एसी बस नंबर यूपी78-एफ17292 सड़क किनारे खड़ी थी और वहां बस के अंदर और बाहर आसपास धुंआ ही धुंआ नजर आ रहा था। जनरथ बस से काफी हड़बड़हाट में यात्री बाहर जैसे-तैसे निकल रहे थे। जिसमें कुछ महिलायें, बच्चे और बुजुर्ग यात्री भी सवार थे। दूसरी तरफ जनरथ बस के चालक व परिचालक को यह समझ नहीं आ रहा था कि आखिर बस के नीचे वाले चैंबर से कहां से धुंआ उठ रहा है। गनीमत रही कि धुंआ कहीं आग में तब्दील नहीं हो पाया और यात्रियों की किस्मत की अच्छी रही कि कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।
बहरहाल, एक्सप्रेस वे के इस घोर सन्नाटे में जनरल बस का मौके पर पहुंच जाना एक तरह से जनरथ यात्रियों के लिये संजीवनी ही था। वहीं एक बुजुर्ग यात्री ने काफी रुंधे गले से कहा कि भाई जी, बताइये इसमें हमारी गलती कहां है, हम लोगों ने तो आरामदायक सफर के लिये एसी का किराया दिया और अब जनरल बस में आगे की यात्री करनी पड़ रही इसकी भरपाई कौन करेगा।
वहीं कुछ महिला यात्रियों का यह कहना रहा कि जब परिवहन मंत्री के गृह क्षेत्र बलिया में एसी रोडवेज बसों की ये दुर्दशा है, तो बाकी का क्या कहना। यानी एक तरह से इन यात्रियों का यही मंतव्य रहा कि आखिर हम लोग कैसे मुस्कुराये कि रोडवेज बसों में सफर कर रहे…! वहीं इस मुद्दे पर जब परिवहन मंत्री और प्रबंध निदेशक के मोबाइल नंबरों पर क्रमश: कॉल किया गया तो लगातार दोनों कॉल पर व्यस्तता रही।
मुख्यालय के सीजीएम टेक्निकल को पता ही नहीं चला…!
बहरहाल, उपरोक्त घटना हुए शनिवार दूसरे दिन का पूरा समय निकल गया और हैरानी यह रही कि न तो संभवत: बलिया डिपो के क्षेत्रीय प्रबंधन और न ही मुख्यालय के रोडवेज टेक्किनल टीम को इस बारे में कुछ संज्ञान था। वहीं जब शनिवार देर शाम तरूणमित्र टीम ने मुख्यालय पर तैनात सीजीएम टेक्किनल आरएन वर्मा को एक्सप्रेस वे पर जनरथ बस से उठने वाले धुंए के घटनाक्रम के बारे में बताया तो उन्होंने अनभिज्ञता जाहिर करते हुए कहा कि अभी तक इस बारे में उन्हें कोई फीडबैक नहीं मिला और आगे कहा कि भाई साहब, इसको फौरन दिखवाता हूं। वहीं जब इस घटनाक्रम को लेकर आरएम आजमगढ़ रीजन मनोज वाजपेई के सीयूजी नंबर पर कॉल किया तो कोई रिस्पांस नहीं मिला।
परिवहन मंत्री के गृह क्षेत्र में एसी बस सेवा की ये दुर्दशा..!
वहीं तरूणमित्र टीम ने जब जनरथ बस में सवार कुछ यात्रियों से बातचीत की तो उनका एक स्वर में यही कहना रहा कि भाई साहब, हैरत की बात यह है कि परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह के गृह क्षेत्र, विधानसभा क्षेत्र में जब यूपी रोडवेज की जनरथ एसी बस सेवा की ये दुर्दशा है तो बाकी अन्य रीजनों में क्या बदहाली होगी।