सूर्यकुमार ने 2 पारियों में दिया हर सवाल का जवाब, अब प्लेइंग 11 में किसकी जगह मिलेगा मौका?
8 अक्टूबर को चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में जब भारतीय टीम मैदान पर उतरेगी तो उसकी प्लेइंग इलेवन कैसी होगी? कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ किन 11 खिलाड़ियों को मौका देंगे?
ये सवाल पिछले कई दिनों से उठ रहे थे. एशिया कप की खिताबी जीत ने इसके काफी हद तक जवाब दे दिया था और बहुत हद तक संभव है कि बुधवार 27 सितंबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे में भी मिल जाएगा. ये सवाल फिलहाल इसलिए पूछा जा रहा है क्योंकि अभी तक जो भी उम्मीदें लगाई जा रही थीं और जिस तरह की प्लेइंग इलेवन की चर्चा हो रही थी, उसे सूर्यकुमार यादव ने अपनी दो जबरदस्त पारियों से झटका दिया है और अपनी जगह के लिए दावा ठोका है.
पिछले 19 महीनों से सूर्यकुमार यादव को इस उम्मीद के साथ नाकामियों के बावजूद लगातार वनडे फॉर्मेट में मौका दिया जा रहा था कि वो टीम इंडिया के मिडिल ऑर्डर की परेशानी को दूर करेंगे. एक के बाद एक, पूरी 19 पारियों में टीम इंडिया और सूर्या की ये कोशिश खराब होती गई. इसके बावजूद भी वर्ल्ड कप स्क्वाड में उन्हें जगह दी गई. यहां तक कि उन्हें फिनिशर के रोल दिया गया. आखिरकार सूर्या अब इसमें सफल होते दिख रहे हैं.
19 महीने की नाकामी के बाद सफलता
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मार्च में लगातार तीन मैचों में एक-एक गेंद खेलकर खाता खोलने में भी नाकाम रहे सूर्या ने मौजूदा वनडे सीरीज के दोनों मैचों में लगातार अर्धँशतक जमाए और दोनों बार छठे नंबर पर आकर ये भूमिका निभाई. मोहाली में सूर्या ने मुश्किल स्थिति में आकर केएल राहुल के साथ पारी को संभाला और सबको चौंकाते हुए अपने खेल को बदलते हुए 19 महीने बाद अर्धशतक जमाया. उस मैच में वो फिनिश नहीं कर पाए लेकिन टीम को जीत तक पहुंचा चुके थे.
इंदौर में सूर्या ने फिनिशर वाली भूमिका को अच्छे से अंजाम दिया और वो ही रूप दिखाया, जिसकी ख्वाहिश और उम्मीद कोच राहुल द्रविड़, कप्तान रोहित शर्मा और सूर्या के कई समर्थक जता रहे थे. पहले बल्लेबाजी कर रही भारतीय टीम के 41वें ओवर में आकर सूर्या ने टी20 वाले अंदाज में धुआंधार पारी खेली और सिर्फ 37 गेंदों में 72 रन बनाकर टीम को 399 रन तक ले गए.सूर्या का यही अंदाज उन्हें टीम इंडिया के बाकी खिलाड़ियों से अलग बनाता है और इसलिए उन्हें इतना समर्थन मिला है.
…तो मिलेगी प्लेइंग 11 में जगह?
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह मिल सकती है? या इस प्रदर्शन के बाद भी उन्हें इंतजार करना पड़ेगा? अगर उन्हें इलेवन में शामिल करना पड़ा तो किसे हटाया जाए, ये एक सवाल है. मौजूदा स्थिति में इशान किशन की जगह पर खतरा मंडराता दिख रहा है क्योंकि विकेटकीपर के रूप में केएल राहुल मौजूद हैं. ऐसे में अगर टीम बदलाव की सोचती है तो यही एक विकल्प बनता है. अब चाहे बदलाव हो या न हो, टीम के लिए सूर्या का रन बनाना अच्छी खबर है.