बांके बिहारी मंदिर में गर्मी से बुरा हाल, भीड़ के दबाव में बच्चे सहित चार श्रद्धालु बेहोश

तीर्थनगरी मथुरा के वृंदावन में ठा. बांके बिहारी मंदिर में बुधवार शाम श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। भीड़ के दबाव में एक बच्चे सहित चार श्रद्धालु बेहोश हो गए। उनको भीड़ से निकालकर उपचार को ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद तबीयत में सुधार होने पर सभी अपने-अपने घर वापस लौट गए।

 

बांके बिहारी चौकी मार्ग से लेकर विद्या पीठ चौराहा तक बुधवार को श्रद्धालुओं की शाम की पाली में दर्शन को भीड़ हो गई। इस भीड़ के दबाव और उमस भरी गर्मी व के कारण बांके बिहारी मंदिर के अंदर आठ वर्षीय यश पुत्र बबलू निवासी जोधपुर, मोनिका निवासी जालंधर, पंजाब गेट नंबर एक के पास, ईशु डागुर पुत्री कृष्णा निवासी अलीगढ़, मंदिर के अंदर और नेहा पत्नी त्रिनाध निवासी विशाखापट्टनम, गेट नंबर एक के पास रात आठ बजे करीब एक-एक कर बेहोश हुए। इनको तत्काल मंदिर में तैनात स्वास्थ्य विभाग की टीम ने प्राथमिक उपचार किया। ओआरएस के घोल, इंजेक्शन व दवाओं के बाद इनकी तबीयत में सुधार हुआ। इसके बाद इन्हें घर को रवाना किया गया।

आस्था के सागर में डूबी बांके बिहारी मंदिर प्रशासन की गाइडलाइन
बांके बिहारी मंदिर प्रशासन की ओर से गाइडलाइन जारी की गई है। मगर, श्रद्धालु इसका पालन नहीं कर रहे हैं। भारी संख्या में महिला, बुजुर्ग और बच्चे भी अपने आराध्य के दर्शन को पहुंच रहे हैं। जबकि मंदिर प्रशासन ने भीड़ के दबाव में श्रद्धालुओं की तबीयत बिगड़ने की घटनाओं को देखते हुए इन्हें दर्शन के लिए न आने की गाइडलाइन जारी की है।

बांके बिहारी मंदिर के प्रबंधक मुनीश कुमार ने बताया कि मंदिर प्रशासन की ओर जारी गाइडलाइन के अनुसार ठा. बांकेबिहारी के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को सचेत किया है कि श्रद्धालु भीड़ के दौरान मंदिर में छोटे बच्चे, बुजुर्ग, दिव्यांग एवं बीमार व्यक्ति को अपने साथ लेकर मंदिर न आएं। गर्मी के दौरान व्रत करने एवं डॉक्टर के परामर्श के अनुसार दवाई न लेने से दर्शनार्थियों को खासतौर पर महिलाओं को स्वास्थ्य खराब हो जाता है। ऐसे में चिकित्सक से परामर्श और चिकित्सा लाभ लेने के बाद ही मंदिर आएं।

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