आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर सुस्त पड़कर 6.1 फीसदी, CEA बोले- चुनावों के कारण रफ्तार धीमी हुई
कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस के उत्पादन में गिरावट से जुलाई में आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर घटकर 6.1 फीसदी रह गई है। हालांकि, यह मासिक आधार पर जून के 5.1 फीसदी से ज्यादा है। शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई, 2023 में कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट व बिजली क्षेत्र का उत्पादन 8.5 फीसदी की दर से बढ़ा था। आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में कच्चे तेल के उत्पादन में 2.9 फीसदी और प्राकृतिक गैस में 1.3 फीसदी गिरावट रही। चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीने में बुनियादी उद्योगों का उत्पादन 6.1 फीसदी बढ़ा है।
चुनावों के कारण आर्थिक वृद्धि दर में गिरावट: सीईए
मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) वी अनंत नागेश्वरन ने कहा, विकास की रफ्तार मजबूत है। पहली तिमाही में वृद्धि दर इसलिए घटी, क्योंकि लोकसभा चुनाव सात चरणों में चला था। जून तिमाही में सकल स्थिर पूंजी निर्माण वास्तविक रूप से जीडीपी का 34.8 फीसदी रहा। यह दर्शाता है कि निजी निवेश अपनी भूमिका निभा रहा है। मानसून में अच्छी प्रगति हुई है। कॉरपोरेट और बैंकों का बही-खाता अच्छी स्थिति में हैं।
‘आंकेड़े हमारे अनुमान के मुताबिक हैं’
इन्फोमेरिक्स रेटिंग्स के मुख्य अर्थशास्त्री मनोरंजन शर्मा कहते हैं, “ये आंकड़े पूरी तरह से हमारी उम्मीदों के अनुरूप हैं, हमने अपना ध्यान सार्वजनिक डोमेन में रखा है। हमने 6.8% का पूर्वानुमान दिया था और ये आंकड़े 6.7% पर आ गए हैं।”