सड़कों पर हर साल 52 हजार गाड़ियों का दबाव, जिले में पिछले दस साल में बढ़ गए पांच लाख से अधिक वाहन
मुरादाबाद : मुरादाबाद जिले की सड़कों पर हर साल 52 हजार से अधिक गाड़ियां उतर रहीं हैं। पिछले दस वर्षों में जिले में गाड़ियों की संख्या में पांच लाख से अधिक की वृद्धि हुई हैं। लेकिन शहर अभी भी इन वाहनों के लिए नो पार्किंग है। वाहनों की बढ़ती संख्या ट्रैफिक व्यवस्था को प्रभावित करने लगी है।
हालांकि ट्रैफिक के दबाव को कम करने के लिए शहर की कुछ सड़कों का चौड़ीकरण जरूर किया गया है। जिले में वाहनों के पंजीयन की रफ्तार साल दर साल बढ़ने लगी है। आरटीओ कार्यालय में हर साल औसतन 52 हजार वाहन पंजीकृत किए जाते हैं। इसमें करीब पांच हजार चार पहिया वाहन होते हैं।
इस साल जून तक 23573 वाहनों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है। इसमें दो पहिया वाहनों की संख्या 23573 है। जबकि चार पहिया वाहन 4242 हैं। परिवहन सेवा के डैस बोर्ड से लिए गए आंकड़ों के मुताबिक जिले में 874318 वाहन पंजीकृत हैं। इसमें निजी और व्यवसायिक सभी वाहन शामिल हैं।
इन वाहनों में करीब साठ फीसदी वाहन तो पिछले दस साल में पंजीकृत हुए हैं। वाहनों की संख्या बढ़ने से बाजारों में लोगोंं को जाम की समस्या से जूझना पड़ता है। इसकी सबसे बड़ी वजह शहर में पार्किंग की सुविधा न होना है। लोग बाजारों में आड़े तिरछे वाहन खड़े कर खरीदारी करते हैं।
यहां सड़कों का हुआ चौड़ीकरण
- इंपीरियल तिराहे से बुधबाजार पुलिस चौकी तक
- बंगलागांव चौराहे से मौसम पैलेस तक
- महिला थाने से डिप्टीगंज चौराहे तक
- महिला थाने से जिगर कॉलोनी पुलिस चौकी तक
- पुलिस लाइन गेट से बंगलागांव चौराहे तक
- कांठ रोड पर गुलाब मस्जिद से सिद्ध हॉस्पिटल तक
मंडल में सबसे ज्यादा वाहन मुरादाबाद में
जिले में वाहनों के पंजीयन में मुरादाबाद अव्वल है। यहां मंडल मंडल में सबसे ज्यादा 874318 वाहन हैं। दूसरे नंबर पर बिजनौर में 825920 पंजीकृत हैं। सबसे कम संभल में 284318 वाहन हैं। वहीं सबसे अधिक टैक्स डिफाल्टर बिजनौर में हैं। यहां इनकी संख्या 8708 है। रामपुर में सबसे कम 12347 डिफाल्टर हैं।