भाजपा के इन बड़े नेताओं के चुनाव में उतरने की संभावना, महासचिव से लेकर प्रवक्ता तक दौड़ में शामिल
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा है कि उनके पास पार्टी को चुनाव लड़ाने की बड़ी जिम्मेदारी है और चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ही नेतृत्व में लड़ा जाएगा। लेकिन उनके अलावा पार्टी संगठन के कई बड़े नेता चुनाव में उतर सकते हैं। इनमें पार्टी के महासचिव, सचिव से लेकर राष्ट्रीय प्रवक्ता पद तक के नेता शामिल हैं।
भाजपा महासचिव दुष्यंत गौतम अपने लिए दिल्ली की उत्तर पश्चिमी सीट चाहते हैं। इस सुरक्षित सीट से इस समय गायक हंसराज हंस सांसद हैं। दुष्यंत गौतम के उत्तर पश्चिमी सीट से उतरने पर हंसराज हंस का टिकट कट सकता है। हालांकि, चर्चा है कि उन्हें पंजाब की किसी सीट से चुनाव में उतारा जा सकता है। दुष्यंत गौतम की इस मांग से अलग भाजपा उन्हें दलित बहुल इलाके पश्चिमी उत्तर प्रदेश की किसी सीट से चुनाव लड़ाने पर विचार कर सकती है। पार्टी का मानना है कि इससे दलितों को पार्टी के पक्ष में लाने में मदद मिल सकती है।
पार्टी के चर्चित चेहरे संबित पात्रा इस समय अपनी लोकसभा सीट पुरी से तैयारियों में जुटे हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में भी पार्टी ने उन्हें पुरी सीट से उतारा था, लेकिन बेहद मामूली अंतर से पात्रा चुनाव हार गए थे। इस बार वे अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए तैयारियों में जुटे हैं।
टीवी पर बहसों में भाजपा के बेहद तेज तर्रार नेता राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला यूपी की सुल्तानपुर लोकसभा सीट से मैदान में उतर सकते हैं। इस समय यह सीट मेनका गांधी के पास है। माना जा रहा है कि इस बार भाजपा मेनका गांधी का टिकट काट सकती है और ऐसी स्थिति में प्रेम शुक्ला को यहां से भाग्य आजमाने का अवसर मिल सकता है।
भाजपा प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल इस समय गौतम बुद्ध नगर यानी ग्रेटर नोएडा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। आर्थिक मामलों के जानकार नेता गोपाल कृष्ण अग्रवाल यूपी की आर्थिक राजधानी के तौर पर उभर रहे नोएडा में काफी प्रभावी हो सकते हैं। यही कारण है कि माना जा रहा है कि भाजपा वर्तमान सांसद महेश शर्मा का टिकट काटकर उन्हें यहां से मैदान में उतार सकती है।
पार्टी के प्रवक्ता और पूर्व सांसद जफर इस्लाम मुरादाबाद लोकसभा सीट से दावेदारी कर रहे हैं। पार्टी उन्हें यहां से चुनाव में उतार सकती है। हालांकि, पार्टी के एक अन्य नेता और आर्थिक मामलों के जानकार नरेंद्र तनेजा भी इस सीट पर अपनी दावेदारी ठोंक रहे हैं।