बिहार के ये जिले अडानी की लिस्ट में, करेंगे 8700 करोड़ का निवेश… जानिए क्या है प्लान
देश के बड़े उद्योपतियों में शुमार गौतम अडानी (Gautam Adani) का समूह बिहार में एक बड़ा निवेश करने जा रहा है. अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) के डायरेक्टर प्रणव अडानी (Pranav Adani) ने गुरुवार को बताया कि उनकी कंपनी बिहार में सीमेंट से लेकर लॉजिस्टिक्स में 8700 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश करेगी.उन्होने कहा कि इस निवेश से डायरेक्ट या इनडायरेक्ट तौर पर लोगों के लिए नौकरियों (Jobs in Bihar) के अवसर बनेंगे.
बिहार बिजनेस कनेक्ट-2023 (Bihar Business Connect-2023) में बोलते हुए प्रणव अडानी ने कहा कि यहां पर लॉजिस्टिक्स, गैस डिस्ट्रीब्यूशन और एग्रो लॉजिस्टिक्स में 850 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है, जिससे 3000 लोगों के लिए नौकरियां पैदा हुई हैं. उन्होंने आगे कहा कि समूह ने बिहार में अतिरिक्त क्षेत्रों में 8,700 करोड़ रुपये का निवेश करने का फैसला किया है, जिससे करीब 10 हजार लोगों के लिए डायरेक्ट या इनडायरेक्ट रोजगार पैदा होंगे.
यहां 1200 करोड़ का निवेश
प्रणव अडानी ने कहा कि कंपनी बिहार में 150 एकड़ में वेयरहाउसिंग स्थापित करने के लिए 1200 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रही है. इसके लिए पटना में एक बड़ा गोदाम बनाया जाएगा, जिससे 2000 लोगों को रोजगार मिलेगा. इसके अलावा अडानी समूह (Adani Group) छह अलग-अलग स्थानों पूर्णिया, बेगूसराय, दरभंगा, समस्तीपुर, किशनगंज और अररिया में निवेश करेगा. अडानी ने कहा कि कंपनी राज्य में ईवी-चार्जिंग स्टेशन लगाने की भी योजना बना रही है.
इस कंपनी को बिहार लाने की योजना
उन्होंने आगे कहा कि ग्रुप की एक FMCG कंपनी अडानी विल्मर को बिहार लाने की भी योजना पर काम चल रहा है. सीमेंट उत्पादन में 2,500 करोड़ रुपये के निवेश की योजना भी तैयार की है. उन्होंने कहा ”हमारा लक्ष्य एक साल में 10 मिलियन मीट्रिक टन का उत्पादन शुरू करना है. सीमेंट सेक्टर में निवेश से कम से कम 3000 लोगों के लिए रोजगार पैदा होगा.
किन-किन सेक्टर्स में होगा निवेश
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को शिखर सम्मेलन में बिहार लॉजिस्टिक्स नीति 2023 और एक कॉफी टेबल बुक जारी की. अडानी ने कहा कि बिहार अब देश में एक आकर्षक निवेश की जगह है. मौजूदा समय में यहां 850 करोड़ रुपये का निवेश है और हमारा लक्ष्य आने वाले समय में इसे 10 गुना बढ़ाना है, जो सीमेंट विनिर्माण, लॉजिस्टिक्स और कृषि उद्योग समेत कई सेक्टर्स में किया जाएगा.