अच्छी नींद में बाधक है ये गड़बड़ आदत, नींद की क्वालिटी में सुधार के लिए करें ये काम…
शारीरिक और मानसिक दोनों प्रकार की सेहत को ठीक रखने के लिए स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम के साथ अच्छी नींद की भी आवश्यकताओं पर स्वास्थ्य विशेषज्ञ जोर देते हैं। अच्छी नींद लेने से हार्मोन्स का संतुलन बेहतर बन रहता है साथ ही मस्तिष्क को आराम मिलता है। अध्ययनकर्ताओं ने पाया कि अगर आपकी एक रात भी नींद पूरी नहीं होती है तो इसके कारण शरीर पर दुष्प्रभाव हो सकते हैं। ये स्थिति आपमें थकान-कमजोरी और चिड़चिड़ापन जैसी समस्याओं के जोखिम को बढ़ाने वाली हो सकती है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, नींद की समस्या सभी उम्र के लोगों में तेजी से बढ़ती हुई रिपोर्ट की जा रही है। इसके लिए दिनचर्या की कुछ गड़बड़ आदतों को जिम्मेदार माना जाता है। अध्ययनकर्ताओं ने पाया कि मोबाइल-लैपटॉप के बढ़ते इस्तेमाल और इससे निकलने वाली नीली रोशनी के कारण नींद की समस्या प्रभावित हो रही है। बच्चों में भी यह समस्या बढ़ती हुई देखी जा रही है।
आइए जानते हैं कि मोबाइल-लैपटॉप किस तरह से नींद की समस्याओं को बढ़ाने वाले हो सकते हैं और इसमें सुधार के लिए क्या प्रयास किए जाने चाहिए?
बढ़ा हुआ स्क्रीनटाइम और नींद की समस्या
कई अध्ययनों में इस बात को लेकर चिंता जताई जाती रही है कि जिस प्रकार से लोगों में मोबाइल फोन के अधिक इस्तेमाल की आदत देखी जा रही है, ये न सिर्फ नींद की समस्या को बढ़ा रही है साथ ही इसके कारण वजन बढ़ने और मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर देखा जा रहा है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बताया शाम को दो या अधिक घंटे का स्क्रीन टाइम नींद के लिए आवश्यक मेलाटोनिन को गंभीर रूप से बाधित कर सकता है। यही कारण है कि विशेषज्ञ सोने से कम से कम एक घंटा पहले सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को बंद करने की सलाह देते हैं।