दिल्ली पहुंचे टिपरा मोथा प्रमुख, तीन केंद्रीय मंत्रियों से की मुलाकात, आदिवासी परिषद के लिए मांगी मदद
त्रिपुरा आदिवासी क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद के लिए अधिक धनराशि के लिए टिपरा मोथा प्रमुख प्रद्योत किशोर माणिक्य देबबर्मा ने केंद्रीय आदिवासी मामलों के मंत्री जुएल ओराम से मुलाकात की। इसके अलावा उन्होंने तीन अन्य मंत्रियों से मुलाकात की।
त्रिपुरा में आदिवासी क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद के लिए केंद्रीय स्तर से मदद मांगी जा रही है। इसके लिए टिपरा मोथा प्रमुख प्रद्योत किशोर माणिक्य देबबर्मा गुरुवार को नई दिल्ली पहुंचे। यहां उन्होंने तीन केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की। केंद्रीय आदिवासी मामलों के मंत्री जुएल ओराम से मुलाकात कर उन्होंने त्रिपुरा आदिवासी क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद के लिए अधिक धनराशि जारी करने का अनुरोध किया। इसके अलावा उन्होंने सीके जमातिया और त्रिपुरा पूर्वी संसदीय क्षेत्र की सांसद कृति देवी देबबर्मा से मुलाकात की।
बता दें कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले त्रिपुरा में भाजपा के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार में टिपरा मोथा शामिल हो गई थी। टिपरा मोथा प्रमुख देबबर्मा फेसबुक पर लिखा कि गुरुवार को दिल्ली में आदिवासी मामलों के मंत्री जुएल ओराम, श्री सी के जमातिया और त्रिपुरा पूर्वी संसदीय क्षेत्र की सांसद श्रीमती कृति देवी देबबर्मा से मुलाकात की। त्रिपुरा पहले एक स्वदेशी/आदिवासी राज्य था। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में विभिन्न कारणों से हम स्वदेशी लोग अपनी ही भूमि पर अल्पसंख्यक बन गए हैं। उन्होंने कहा कि मैंने उनसे टीटीएएडीसी को वित्तीय रूप से सशक्त बनाने का अनुरोध किया।”
टिपरा मोथा के प्रमुख ने बुधवार को पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जयंत चौधरी से भी मुलाकात की। “पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया से मुलाकात कर उन्हें त्रिपुरा की मूल जनजातियों, विशेष रूप से छठी अनुसूची क्षेत्रों में आने वाली समस्याओं के बारे में बताया। उन्होंने आग्रह किया कि परियोजनाओं का सामाजिक प्रभाव मूल्यांकन और ऑडिट किया जाना चाहिए। उन्होंने पोस्ट में लिखा कि मैंने उन्हें टीटीएएडीसी में लागू की जा सकने वाली परियोजनाओं के बारे में भी बताया।” उन्होंने यह भी कहा, “केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी से मुलाकात की और उनके मंत्रालय के माध्यम से टीटीएएडीसी क्षेत्रों में बनाए जा सकने वाले संभावित अवसरों पर चर्चा की, और उन्होंने मुझे अपने पूर्ण समर्थन और सहयोग का आश्वासन दिया है।”