2024-25 में घटकर 2.1 फीसदी रह जाएगा बैंकों का कुल एनपीए, 2.5-2.7 फीसदी रह सकता है जीएनपीए
घरेलू बैंकों के सकल बुरे फंसे कर्ज (जीएनपीए) 2024-25 के अंत तक घटकर 2.1 फीसदी पर आ सकते हैं। 2023-24 में बैंकिंग प्रणाली का जीएनपीए 2.5-2.7 फीसदी रहने का अनुमान जताया गया है। घरेलू रेटिंग एजेंसी केयर रेटिंग्स ने शुक्रवार को कहा, 2015-16 की एक्यूआर प्रक्रिया के कारण जीएनपीए 2013-14 के 3.8 फीसदी से बढ़कर 2017-18 में 11.2 फीसदी पहुंच गया। इसने बैंकों को एनपीए की पहचान करने और गैर-जरूरी पुनर्गठन को कम करने के लिए प्रेरित किया।
रिपोर्ट के मुताबिक, जीएनपीए में 2018-19 से सुधार देखा जा रहा है। 2022-23 में यह सुधरकर एक दशक के निचले स्तर 3.9 फीसदी पर आ गया। 2023-24 की दिसंबर तिमाही में जीएनपीए तीन फीसदी था। एजेंसी ने कहा, वसूली और खराब कर्ज को बट्टे खाते में डालने से संपत्ति की गुणवत्ता सुधरी है।