क्या पाकिस्तान के चुनावी नतीजों में हुई धांधली? तीन दिन बाद परिणाम जारी कर पाया ईसीपी
पाकिस्तान में आठ फरवरी को हुए आम चुनाव के नतीजों में देशभर की राजनीतिक दलों को हैरत में डाल दिया। कोई भी पार्टी इन आम चुनाव में बहुमत के आंकड़ों को छू नहीं पाई। सोमवार को पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने तीन दिनों के बाद पूरे नतीजे जारी किए।
जिसमें राष्ट्रीय और प्रांतीय विधानसभाओं में सभी राजनीतिक दलों की स्थिति की जानकारी दी गई। गौरतलब है कि पाकिस्तान में नतीजों की घोषणा में असामान्य देरी के कारण मत गणना में धांधली के आरोप लगे हैं।
आईये नजर डालते हैं क्या है चुनावी स्थिति
854 राष्ट्रीय और प्रांतीय विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हुआ। शुरूआती नतीजों के मुताबिक इन सीटों में से 348 निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत दर्ज की। खास बात है कि सभी स्वतंत्र उम्मीदवारों को इमरान खान की पार्टी पीटीआई का समर्थन था।
राजनीतिक दलों में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज 227 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। उसके बाद पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी 160 सीटों के साथ दूसरे स्थान स्थान पर रही। मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) 45 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर रही है।
नेशनल असेंबली के नतीजें
नेशनल असेंबली में निर्दलीय उम्मीदवारों ने 101 सीटें जीतीं। पूर्व पीएम नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली पीएमएल-एन को 75 सीटें मिलीं और पीपीपी ने 54, एमक्यूएम-पी ने 17 सीटें हासिल कीं। अन्य पार्टियों में जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम ने चार सींटे।
पीएमएल-कायद ने तीन और इस्तेहकाम-ए-पाकिस्तान पार्टी और बलूचिस्तान नेशनल पार्टी ने दो-दो सीटें जीतीं। गौरतलब है कि पाकिस्तान में सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को नेशनल असेंबली में 265 सीटों में से 133 सीटें जीतनी होंगी।