किस मौसम में क्या खाएं और किन चीजों से करें परहेज? यहां जानिए सबकुछ विस्तार से
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए आहार पर विशेष ध्यान देते रहना जरूरी है। हम जो कुछ भी खाते-पीते हैं इसका शरीर पर सीधा असर होता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, सभी लोगों को आहार की पौष्टिकता पर ध्यान देते रहना चाहिए। भोजन की थाली में मौसमी फलों, हरी पत्तेदार सब्जियों, नट्स और सीड्स को जरूर शामिल करना चाहिए। इसके अलावा मौसम के हिसाब से भी खान-पान में बदलाव करते रहना चाहिए।
आयुर्वेद के साथ मेडिकल साइंस ने भी माना है कि अगर हम सभी अपने आहार में ही सुधार कर लें तो न सिर्फ शरीर को फिट रख सकते हैं साथ ही ये आपको कई प्रकार की बीमारियों से बचाने में भी मददगार है।आयुर्वेद में मौसम आधारित खान-पान के चयन को लेकर जिक्र मिलता है। आइए जानते हैं कि आपको किस मौसम में क्या खाना चाहिए और किन चीजों से परहेज करना चाहिए?
चैत्र (मार्च-अप्रैल) – इस महीने में चने का सेवन करें क्योकि चना आपके रक्त संचार और रक्त को शुद्ध करता है एवं कई बीमारियों से भी बचाता है। चैत्र के महीने में नित्य नीम की 4- 5 कोमल पतियों का सेवन भी करना चाहिए इससे आप इस महीने के सभी दोषों से बच सकते है।
वैशाख (अप्रैल-मई)- वैशाख महीने में गर्मी की शुरुआत हो जाती है। बेल का इस्तेमाल इस महीने में अवश्य करना चाहिए जो आपको स्वस्थ रखेगा। वैशाख के महीने में तेल का उपयोग बिल्कुल न करें क्योकि इससे आपका शरीर अस्वस्थ हो सकता है।
ज्येष्ठ (मई-जून)– भारत में इस महीने में सबसे अधिक गर्मी होती है। ज्येष्ठ के महीने में दोपहर में सोना स्वास्थ्य वर्द्धक होता है। ठंडी छाछ , लस्सी, जूस और अधिक से अधिक पानी का सेवन करें। बासी खाना, गरिष्ठ भोजन एवं गर्म चीजों का सेवन न करें।
अषाढ़ (जून-जुलाई)– आषाढ़ के महीने में आम, पुराने गेंहू, सत्तु, जौ, भात, खीर, ठण्डे पदार्थ, ककड़ी, पलवल, करेला आदि का सेवन करे। आषाढ़ के महीने में भी गर्म तारीस की चीजों का सेवन करना आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
श्रावण (जूलाई-अगस्त)- श्रावण के महीने में हरड काफी लाभकारी हैं। श्रावण में हरी सब्जियों का त्याग करे एव दूध का इस्तेमाल भी कम करें। भोजन की मात्रा भी कम लें। पुराने चावल, पुराने गेंहू, खिचड़ी, दही एवं हलके सुपाच्य भोजन खाएं।