कौन हैं माधबी पुरी बुच और धवल बुच? हिंडनबर्ग के खुलासे के बाद चर्चा में हैं ये दोनों नाम
अदाणी समूह पर वित्तीय अनियमितता के आरोप लगाने वाली निवेश रिसर्च कंपनी हिंडनबर्ग ने अब एक नया खुलासा किया है। हिंडनबर्ग ने दावा किया है कि सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच की मॉरीशस की ऑफशोर कंपनी ‘ग्लोबल डायनामिक ऑपर्चुनिटी फंड’ में हिस्सेदारी है। हिंडनबर्ग ने दावा किया है कि इसी कंपनी में गौतम अदाणी के भाई विनोद अदाणी ने अरबों डॉलर का निवेश किया है।
आरोप है कि इस पैसे का इस्तेमाल ही शेयरों के दामों में तेजी लाने के लिए किया गया। फिलहाल इन आरोपों पर सेबी की तरफ से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। हिंडनबर्ग का आरोप है कि अदाणी मामले की जांच का जिम्मा सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच पर ही था, जबकि उन्हीं की कंपनी में विनोद अदाणी ने भारी-भरकम निवेश किया था। तो आइए जानते हैं कि कौन हैं माधबी पुरी बुच और धवल बुच, जिनके नाम चर्चा में बने हुए हैं।
माधबी पुरी बुच
2 मार्च 2022 को माधबी पुरी बुच ने सेबी की चेयरपर्सन पद की जिम्मेदारी संभाली थी। इससे पहले वह सेबी की पूर्णकालिक सदस्य रहीं थी और बाजार नियमन, निवेश प्रबंधन और आईटी संबंधी विभागों का कामकाज देखतीं थी।
माधबी पुरी बुच ने शंघाई के न्यू डेवलेपमेंट बैंक में बतौर सलाहकार और प्राइवेट इक्विटी फर्म ग्रेटर पैसिफिक कैपिटल में बतौर सिंगापुर हेड भी काम कर चुकी हैं। माधबी पुरी बुच आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की एमडी और सीईओ रहने के साथ ही आईसीआईसीआई बैंक के बोर्ड में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर का पद भी संभाल चुकी हैं।बुच ने आईआईएम अहमदाबाद से एमबीए और नई दिल्ली के सेंट स्टीफन्स कॉलेज से मैथमेटिक्स की डिग्री हासिल की है।
कौन हैं धवल बुच?
धवल बुच, सेबी की चेयरपर्सन माधबी बुच के पति हैं और फिलहाल ब्लैकस्टोन और अल्वारेज एंड मार्शल कंपनी में वरिष्ठ सलाहकार हैं। वह गिल्डन के बोर्ड में गैर कार्यकारी निदेशक का पद भी संभाल चुके हैं।
धवल बुच ने आईआईटी दिल्ली से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल की है। धवल बुच यूनिलीवर में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और कंपनी के मुख्य अधिग्रहण अधिकारी की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं। बुच को अधिग्रहण और सप्लाई चेन के क्षेत्र में गहरी रुचि है।