न्यूजीलैंड के खिलाफ शमी-सूर्या को मौका या खेलेंगे शार्दुल? जानें संभावित प्लेइंग 11
हार्दिक पांड्या की चोट ने न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच से पहले टीम इंडिया का संतुलन बिगाड़ दिया है। वनडे विश्व कप 2023 में भारत का पांचवां मैच न्यूजीलैंड के साथ है। दोनों टीमें चार-चार मैच खेल चुकी हैं और सभी मुकाबले जीतने में सफल रही हैं। यही दो टीमें ऐसी हैं, जो अब तक कोई मैच नहीं हारी हैं। रविवार को होने वाले मुकाबले के बाद सिर्फ एक ही टीम ऐसी होगी, जो अपने सभी मैच जीती होगी और वही टीम अंक तालिका में शीर्ष पर होगी। ऐसे में यह मुकाबला बेहद रोमांचक होने की उम्मीद है।
भारत और न्यूजीलैंड की टीमें शानदार लय में जरूर हैं, लेकिन दोनों टीमें अपने खिलाड़ियों की चोट से परेशान हैं। भारत के हार्दिक पांड्या को बांग्लादेश के खिलाफ मैच में चोट लगी। उनका टखना मुड़ गया और वह इस मुकाबले के लिए टीम के साथ धर्मशाला भी नहीं पहुंचे हैं। ठीक होने के लिए हार्दिक को कम से कम एक सप्ताह का समय लगेगा। हार्दिक ऐसे खिलाड़ी हैं, जो गेंद के साथ 10 ओवर कर सकते हैं और बल्ले के साथ शतकीय पारी भी खेल सकते हैं। ऐसे में उनकी जगह किसी खिलाड़ी को शामिल करना मुश्किल होगा।
भारतीय टीम को संतुलन हासिल करने के लिए टीम में कम से कम दो बदलाव करने होंगे। हार्दिक पांड्या की जगह सूर्यकुमार यादव को मौका दिया जा सकता है। ऐसे में वह फिनिशर के रोल में होंगे, जो हार्दिक अब तक निभा रहे थे। वहीं, गेंदबाजी में शार्दुल ठाकुर की जगह मोहम्मद शमी को शामिल किया जा सकता है, जो अपने पूरे 10 ओवर कर सकते हैं और बल्लेबाजों को परेशान करने का माद्दा रखते हैं। इस स्थिति में भारत के पास जडेजा के अलावा छह बेहतरीन बल्लेबाज होंगे। वहीं, गेंदबाजी में जडेजा-कुलदीप के रूप में दो बेहतरीन स्पिनर और शमी, सिराज, बुमराह के रूप में तीन बेहतरीन तेज गेंदबाज होंगे। हालांकि, इस स्थिति में भारत के पास गेंदबाजी के छठे विकल्प रोहित-कोहली या श्रेयस होंगे। अगर कोई गेंदबाज मैच के दौरान चोटिल होता है तो टीम इंडिया मुश्किल में फंस सकती है।
न्यूजीलैंड के लिए परेशानी उनके कप्तान केन विलियम्सन की चोट रही है। विलियम्सन आईपीएल 2023 में चोटिल हुए थे। इस चोट की वजह से उन्हें सर्जरी करानी पड़ी और वह विश्व कप के शुरुआती मैच नहीं खेल पाए। बांग्लादेश के खिलाफ मैच में वापसी करते हुए उन्होंने अर्धशतक लगाया, लेकिन इसी मैच में वह चोटिल होकर पवेलियन लौट गए। अब वह फिर से लंबे समय के लिए बाहर हो गए हैं। हालांकि, अच्छी बात यह है कि उनकी जगह टीम में शामिल किए गए रचिन रवींद्र भी शानदार बल्लेबाजी कर रहे हैं और कीवी टीम अपने नियमित कप्तान के बिना भी बड़ी टीमों को हराने में सफल रही है।