मोदी सरकार के इस बड़े फैसले से सस्ते में मिलेगा जनता को गेहूं और चावल
केंद्र, गेहूं और चावल की बढ़ती खुदरा कीमतों को कम करने के उपायों के तहत बफर स्टॉक से थोक उपभोक्ताओं एवं व्यापारियों को चार लाख टन गेहूं और पांच लाख टन चावल बेचेगा।
यह बिक्री जल्द होने वाली नीलामी के पहले दौर में की जाएगी। खाद्यान्नों की खरीद और वितरण के लिए सरकार की नोडल एजेंसी भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) घरेलू आपूर्ति को बढ़ावा देने और कीमतों को नियंत्रित करने के लिए 28 जून को गेहूं की और पांच जुलाई को चावल की ई-नीलामी करेगी।
एफसीआई के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अशोक के.मीणा ने यहाँ संवाददाताओं से कहा कि हम गेहूं और चावल की खुदरा कीमतों में तेजी की प्रवृत्ति देख रहे हैं। सरकार ने हमें खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएमएसएस) शुरू करने का निर्देश दिया है। हमारा ध्यान खुदरा कीमतों को नीचे लाने पर है।
जमाखोरी रोकने और बढ़ती कीमतों पर काबू पाने के लिए सरकार ने 12 जून को गेहूं पर तत्काल प्रभाव से मार्च 2024 तक भंडारण सीमा लगा दी थी।हम आज रात (शुक्रवार) गेहूं के लिए निविदा जारी कर रहे हैं और चार लाख टन के लिए पहले दौर की नीलामी 28 जून को होगी।
पांच लाख टन चावल की नीलामी पांच जुलाई को होगी। इस ई-नीलामी में खरीदार, अधिकतम 100 टन अनाज के लिए बोली लगा सकते हैं। छोटे गेहूं प्रसंस्करणकर्ताओं और व्यापारियों के लिए न्यूनतम मात्रा 10 टन रखी गई है।