लगातार दूसरे खिताब के लिए उतरेंगे यानिक सिनर, सामने ज्वेरेव की चुनौती, जानें किसका पलड़ा भारी
विश्व रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर काबिज यानिक सिनर ऑस्ट्रेलियाई ओपन के फाइनल में रविवार को जब जर्मनी के अलेक्जेंडर ज्वेरेव के खिलाफ कोर्ट में उतरेंगे तो उनके सामने खिताब के बचाव करने की चुनौती होगी। पुरुष एकल में ऐसा बहुत कम बार हुआ है कि किसी खिलाड़ी ने करियर के अपने पहले ग्रैंड स्लैम खिताब का सफलता से बचाव किया है। पिछली बार राफेल नडाल ने 2005 और 2006 में फ्रेंच ओपन का खिताब जीतकर ऐसा कारनामा किया था।
सिनर के सामने कई चुनौतियां
सिनर के सामने कई तरह की चुनौतियां है जिसमें डोपिंग का मामला भी शामिल है। यह मामला अब भी विचाराधीन है। पिछले साल मार्च में उनके नमूने में दो बार एनाबॉलिक स्टेरॉयड की थोड़ी मात्रा की पुष्टि हुई थी। यह बात को हालांकि अमेरिकी ओपन शुरू होते समय सार्वजनिक की गई थी। उन्होंने तब अमेरिकी ओपन का खिताब जीता था। विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी की अपील पर हालांकि इस मामले की अप्रैल में सुनवाई होनी है।
सिनर को पिछले मैच में लगी थी चोट
सिनर की कोचिंग टीम के सदस्य डैरेन काहिल ने कहा, ‘पिछले साल अप्रैल से अब तक पिछले नौ महीनों से उन पर बहुत दबाव है। वह इससे वैसे ही निपटता है जैसे किसी भी व्यक्ति को दबाव से जूझते देखा है। वह एक अद्भुत युवा है जो इसे एक इन चीजों का प्रभाव अपने खेल पर नहीं पड़ने दे रहा है।’ ऑस्ट्रेलिया ओपन के दौरान पिछले दो सप्ताहों के दौरान, सिनर को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से भी जूझना पड़ा है। चौथे दौर में विश्व रैंकिंग में 13वें स्थान पर काबिज होल्गर रूण के खिलाफ मैच के दौरान उन्हें चक्कर आ गया था। सेमीफाइनल में विश्व रैंकिंग में 21वें स्थान पर काबिज बेन शेलटन के खिलाफ उनकी मांसपेशियों में खिंचाव आ गया था। जिसके बाद उन्हें चिकित्सा मदद की जरूरत पड़ी।